अमित शाह ने लगातार दूसरे दिन की मणिपुर के हालात की समीक्षा, अतिरिक्त केंद्रीय जवान भेजने का फैसला
Manipur Violence मणिपुर में एक बार फिर तेज हुई हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लगातार दूसरे दिन राज्य के हालात की समीक्षा की। उन्होंने राज्य व केंद्रीय सुरक्षा बलों को मौजूदा हिंसा को तत्काल रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि हिंसा भड़कने के बाद शाह एक दिन पहले महाराष्ट्र में चुनावी रैली रद्द कर वापस दिल्ली पहुंचे थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चुनावी रैलियों के रद्द को वापस लौटे केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लगातार दूसरे दिन मणिपुर के हालात की समीक्षा की। शाह ने राज्य व केंद्रीय सुरक्षा बलों को मौजूदा हिंसा को तत्काल रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 50 अतिरिक्त कंपनियां (5000 जवान) भेजने का भी निर्णय लिया गया। दो दिन पहले ही गृहमंत्रालय केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां मणिपुर भेज चुका है।
तत्काल हिंसा रोकने के निर्देश
केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में अमित शाह ने विस्तार से हिंसा ग्रस्त इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती और हिंसा रोकने के लिए अभी तक उठाए गए कदमों की जानकारी ली। शाह ने सभी अधिकारियों को तत्काल हिंसा रोकने का निर्देश दिया।इसके साथ ही हिंसा ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती में कमी दूर करने के लिए 50 अतिरिक्त कंपनियां तत्काल भेजने का फैसला किया गया, जो देश के विभिन्न भागों से एक-दो दिनों में मणिपुर पहुंच जाएंगे। शाह ने साफ कर दिया कि हिंसा करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुरक्षा बलों को पर्याप्त कानूनी सुरक्षा पहले ही प्रदान की जा चुकी है।
छह थाना क्षेत्रों में अफस्पा लागू
ध्यान देने की बात है कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिपुर के हिंसाग्रस्त पांच जिले के छह थाना क्षेत्र को अशांत क्षेत्र घोषित करते हुए अफस्पा (आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर एक्ट) लागू कर दिया है। अफस्पा लागू होने के बाद ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को कानूनी सुरक्षा मिल गई है।कोकोमी का प्रदर्शन
इधर, जिरीबाम में तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या के बाद इंफाल घाटी के लोगों में आक्रोश है। सोमवार को मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति (COCOMI) ने इंफाल पश्चिम जिले में कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकारी कार्यालयों पर ताला जड़ दिया। उधर, मणिपुर सरकार ने प्रदेश के सात जिलों में इंटरनेट सेवा को बुधवार तक निलंबित कर दिया है।
मणिपुर के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने लाम्फेलपत में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय पर धावा बोला। इसके बाद कार्यालय के मुख्य गेट पर जंजीर बांधकर ताला लगा दिया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने ताकील में जैव संसाधन और सतत विकास संस्थान के मुख्य कार्यालय के दरवाजे और अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय के गेट पर भी ताला जड़ दिया।