'पुलिस स्मृति दिवस' पर बोले अमित शाह- पीएम मोदी के विजन के चलते देश की आंतरिक सुरक्षा हुई मजबूत
पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बड़ा बदलाव हुआ है। पत्थर फेंकने में शामिल युवा अब सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकास परियोजनाओं में शामिल हैं।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Fri, 21 Oct 2022 09:18 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। देश की आंतरिक सुरक्षा में मोदी सरकार के आने के बाद बड़ा बदलाव आया है। अब युवा पत्थर फैंकने को मजबूर नहीं हैं, बल्कि देश सेवा से जुड़ रहे हैं। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस पर कही। शाह आज 'पुलिस स्मृति दिवस' पर राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का दौरा करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने मोदी सरकार के बड़े कार्यों का जिक्र किया। शाह ने कहा कि पहले पत्थर फेंकने में शामिल युवा अब सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकास परियोजनाओं में शामिल हैं।
आंतरिक सुरक्षा में सकारात्मक बदलाव आया
अपने संबोधन में शाह ने पीएम मोदी की खासी तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के विजन के तहत देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए गए हैं, जिसका अब असर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा में सकारात्मक बदलाव आया है। इससे पहले पूर्वोत्तर, कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में आए दिन बड़ी घटनाएं होती थीं।
हर दिशा में प्रगति करता हुआ दिखाई दे रहा देश
शाह ने कहा कि पहले सशस्त्र बलों को विशेष अधिकार दिए जाते थे, अब युवाओं को उनकी प्रगति के लिए विशेष अधिकार दिए जाते हैं। गृह मंत्री ने आगे कहा कि आज हमारा देश हर दिशा में प्रगति करता हुआ दिखाई दे रहा है। देशभर की पुलिस फोर्स और CAPF के 35,000 से ज्यादा जवानों ने देश की रक्षा करने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सबसे पहले राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। शाह ने कहा कि मातृभूमि के लिए पुलिसकर्मियों के बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। गृह मंत्री ने पुलिस स्मरणोत्सव दिवस पर एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्र हमारे देश के लिए बलिदान देने के लिए पुलिस कर्मियों की वीरता को सलाम करेगा।सीआरपीएफ के जवानों की याद में मनाया जाता है 'पुलिस स्मारक दिवस'
बता दें कि 21 अक्टूबर, 1959 को लद्दाख के हाट स्प्रिंग्स में भारी हथियारों से लैस चीनी सैनिकों द्वारा गश्त ड्यूटी के दौरान मारे गए दस बहादुर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की याद में हर साल 'पुलिस स्मारक दिवस' मनाया जाता है। यह भी पढ़ें- Delhi Politics: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर बिफरे CM केजरीवाल, कहा- आप रहने दीजिए, आपसे नहीं होगा
गृह मंत्रियों की बैठक में ममता के शामिल होने की उम्मीद कम, नवंबर में हो सकती है शाह-ममता की मुलाकात