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India-Myanmar Border: बांग्लादेश की तर्ज पर म्यांमार सीमा पर रुकेगी घुसपैठ, लोगों की मुक्त आवाजाही होगी बंद

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सरकार म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही को बंद करेगी और बांग्लादेश से लगी सीमा की तरह इसकी सुरक्षा करेगी। असम पुलिस की पांच नव गठित कमांडो बटालियन के पहले बैच की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही पर पुनर्विचार कर रही है।

By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Sat, 20 Jan 2024 08:42 PM (IST)
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अमित शाह ने कहा कि म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही को बंद होगी। (सांकेतिक फोटो)

पीटीआई, गुवाहाटी। गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सरकार म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही को बंद करेगी और बांग्लादेश से लगी सीमा की तरह इसकी सुरक्षा करेगी।

असम पुलिस की पांच नव गठित कमांडो बटालियन के पहले बैच की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवाजाही पर पुनर्विचार कर रही है।

म्यांमार सीमा पर मुक्त आवाजाही होगी बंद

गृह मंत्री ने कहा, भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा बांग्लादेश से लगी सीमा की तरह की जाएगी। भारत सरकार म्यांमार सीमा पर मुक्त आवाजाही को बंद करेगी। बताते चलें, म्यांमार में संघर्ष के चलते हाल के दिनों में भारतीय इलाकों में आवाजाही बढ़ी है।

पिछले 10 वर्षों में देश की कानून व्यवस्था में भारी बदलाव

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश की कानून व्यवस्था में भारी बदलाव आया है। उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि उसके शासनकाल में लोगों को नौकरियों के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, जबकि भाजपा के शासन के दौरान नौकरी के लिए एक पैसा भी नहीं देना पड़ता है।

यह भी पढ़ेंः 'तीन साल में देश नक्सलवाद के खतरे से हो जाएगा मुक्त', सशस्त्र सीमा बल के 60वें स्थापना दिवस में बोले अमित शाह

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर शाह ने कहा कि भगवान राम 550 साल के 'बुरे दौर' के बाद घर लौटेंगे। यह पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि यह ऐसे वक्त हो रहा है, जब देश महाशक्ति बनने की राह पर है।

पीएम का पूर्वोत्तर में शांति सुनिश्चित करने का अभियान सफल रहा

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूर्वोत्तर में शांति और विकास लाने का अभियान सफल रहा है। शाह ने ढेकियाजुली में आयोजित अखिल बाथौ महासभा के 13वें त्रिवार्षिक सम्मेलन में आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीति समस्याओं से ध्यान भटकाने और सत्ता का आनंद लेने की है, जिसके कारण क्षेत्र में हजारों लोगों की मौत हुई, खासकर बोडोलैंड में।

उन्होंने कहा, जब मैं गृह मंत्री बना तो बोडो आंदोलन चल रहा था और मैंने पूर्वोत्तर के सबसे बड़े समुदायों में से एक की समस्याओं और मांगों को समझने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री ने भी इसे नए नजरिए से देखा और समस्या का समाधान किया, जिससे आज बोडोलैंड बम विस्फोटों, गोलीबारी और हिंसा से मुक्त हो गया है।

तीन वर्षों में नक्सलवाद की समस्या से मुक्त हो जाएगा देश: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश अगले तीन साल में नक्सलवाद की समस्या से मुक्त हो जाएगा। शाह ने तेजपुर के निकट सलोनीबारी में सशस्त्र सीमा बल के 60वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए यह बात कही।

यह भी पढ़ेंः Northeast Council: मोदी सरकार के 10 साल पूर्वोत्तर के लिए स्वर्ण युग रहे, शेष भारत से दूरी कम हुई- अमित शाह

उन्होंने कहा कि एसएसबी 'संस्कृति, इतिहास, भौगोलिक स्थिति और भाषा को बारीकी से एकीकृत करने' और सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को देश के बाकी हिस्सों के करीब लाने में अद्वितीय भूमिका निभाता है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अगले तीन साल में देश नक्सली समस्या से शत प्रतिशत मुक्त हो जाएगा।