Hindi Diwas: 'अब हिंदी को अंतरराष्ट्रीय भाषा बनाने का समय आ गया है', एक कार्यक्रम में बोले अमित शाह
हिंदी दिवस के अवसर गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हिंदी को एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि हिंदी अंतरराष्ट्रीय भाषा बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उनके अनुसार हिंदी संयुक्त राष्ट्र की भाषा बनने के साथ ही 10 से अधिक देशों की द्वितीय भाषा बन चुकी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। हिंदी दिवस के अवसर गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हिंदी को एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि हिंदी अंतरराष्ट्रीय भाषा बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उनके अनुसार हिंदी संयुक्त राष्ट्र की भाषा बनने के साथ ही 10 से अधिक देशों की द्वितीय भाषा बन चुकी है।
सभी भारतीय भाषाओं की सुरक्षा का केंद्र बनेगा
उन्होंने कहा कि ''हिंदी शब्द सिंधु'' शब्दकोष तैयार किया जा रहा है और अगले पांच साल में यह दुनिया का सबसे बड़ा शब्दकोष होगा। इस अवसर शाह ने भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ किया। शाह ने कहा कि आने वाले समय में यह सभी भारतीय भाषाओं की सुरक्षा का केंद्र बनेगा।
अमित शाह ने साफ किया कि हिंदी और स्थानीय भाषाओं के बीच कभी प्रतिस्पद्र्धा नहीं हो सकती, वे एक-दूसरे की पूरक हैं। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा को मातृभाषा में देने की मोदी सरकार की नीति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अपनी भाषाओं की रक्षा नहीं कर पाते, वो अपने इतिहास, साहित्य व संस्कार से कट जाते हैं।
सभी भाषाओं के साहित्य, लेख और भाषणों का अनुवाद हिंदी में होगी
मातृभाषाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा की अहम कड़ी बताते हुए शाह ने कहा कि जिस दिन हम अपनी भाषाओं को गंवा देंगे, उस दिन देश की एकता खतरे में पड़ जाएगी। भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह विभिन्न भाषाओं के बीच संवाद स्थापित करने का काम करेगा। इसके तहत हिंदी के किसी भी लेख, भाषण या पत्र में भावानुवाद देश की सभी भाषाओं में किया जाएगा और इसी प्रकार देश की सभी भाषाओं के साहित्य, लेख और भाषणों का अनुवाद हिंदी में होगी।
उन्होंने कहा कि ''हिंदी शब्द सिंधु'' शब्दकोष में सभी भारतीय भाषाओं के शब्दों को समाहित किया जा रहा है। मोदी सरकार के दौरान स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने की नीति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और उत्तराखंज में मेडिकल शिक्षा का संपूर्ण पाठ्यक्रम हिंदी में तैयार कर लिया गया है।
भारत की 13 भाषाओं में इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम तैयार करने का काम जारी
इसी तरह से भारत की 13 भाषाओं में इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम तैयार करने का काम जारी है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में हिंदी अनुसंधान की भी भाषा होगी। राजभाषा की हीरक जयंती के अवसर पर अमित शाह ने स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्के का भी लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने राजभाषा गौरव और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार भी प्रदान किए।