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संत सेवालाल महाराज की 284 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे अमित शाह

Sant Sevalal Maharaj बंजारा समाज के आराध्य देव संत शिरोमणि सेवालाल महाराज की 284वीं जयंती 15 फरवरी को धूमधाम से मनाई गई। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 फरवरी को उपदेशक की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 26 Feb 2023 03:37 PM (IST)
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संत सेवालाल महाराज की 284वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे अमित शाह
नई दिल्ली, एजेंसी। Sant Sevalal Maharaj: बंजारा समाज के आराध्य देव संत शिरोमणि सेवालाल महाराज की 284वीं जयंती 15 फरवरी को धूमधाम से मनाई गई। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 फरवरी को उपदेशक की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। बता दें कि दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन पर अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे।

डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में होगा कार्यक्रम

उपदेशक की जयंती के अवसर पर आयोजित ये कार्यक्रम दिल्ली के जनपथ रोड के डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया गया है। 26 फरवरी से दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू हो गया है। इस आयोजन के लिए कर्नाटक से एक विशेष ट्रेन रवाना हुई है, जिसमें कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बंजारा समुदाय के ढाई हजार से अधिक सदस्य दिल्ली पहुंच रहे हैं।

बता दें कि संत सेवालाल महाराज का जन्म 15 फरवरी, 1739 ई. को कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के सुरगोंदानकोप्पा में हुआ था। उन्हें बंजारा समाज का समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु माना जाता है।

देश भर में बंजारा समुदाय की आबादी लगभग 10 से 12 करोड़

माना जाता है कि देश भर में बंजारा समुदाय की आबादी लगभग 10 से 12 करोड़ है। हाल ही में जलगांव जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा महाराष्ट्र में बंजारा समुदाय के कुंभ का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी हिस्सा लिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि इस समुदाय के लोगों ने अपने तरीके से राष्ट्रीय विकास में योगदान किया है।

देश के विकास में बंजारा समाज का बहुत बड़ा योगदान

पीएम मोदी ने कहा था कि 'यह क्षेत्र और बंजारा समाज मेरे लिए नया नहीं है, क्योंकि हमारे बंजारा समुदाय के राजस्थान से लेकर पश्चिमी भारत तक के भाई-बहन अपने-अपने तरीके से देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। मुझे याद है कि 1994 के विधानसभा चुनाव के दौरान मुझे इस क्षेत्र में एक रैली के लिए बुलाया गया था। मैं उस पल को कभी नहीं भूल सकता जब मैंने उस रैली में अपने लाखों बंजारा भाइयों और बहनों को देखा था। लाखों पारंपरिक वेशभूषा में बंजारा माताएं और बहनें मुझे आशीर्वाद देने आई थीं।'