'कोई राज्य पश्चिम बंगाल का मॉडल नहीं अपनाना चाहेगा', TMC सांसद के सवाल पर ऐसा क्यों बोले अमित शाह?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य के एक सवाल के जवाब में ये बात कही है। TMC सदस्य ने वामपंथी उग्रवाद के खात्मे का हवाला देते हुए सवाल किया था कि क्या केंद्र सरकार इस मॉडल को दूसरे राज्यों में लागू करेगी? इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कोई राज्य नहीं चाहेगा कि पश्चिम बंगाल का मॉडल उसके यहां अपनाया जाए।
एजेंसी, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय के प्रश्न के उत्तर में कटाक्ष करते हुए कहा कि देश का कोई भी राज्य अपने यहां पश्चिम बंगाल का मॉडल नहीं अपनाना चाहेगा। दरअसल सौगत रॉय ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान वामपंथी उग्रवाद से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछा था।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में वामपंथी उग्रवाद के खात्मे का हवाला देते हुए सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार इस मॉडल को दूसरे राज्यों में लागू करेगी?
'वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में 53 प्रतिशत की कमी'
इस पर शाह ने कहा, ‘‘कोई भी राज्य अच्छा करे तो उसके उदाहरण को लागू करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को कोई दिक्कत नहीं है...लेकिन कोई राज्य नहीं चाहेगा कि पश्चिम बंगाल का मॉडल उसके यहां अपनाया जाए।’’गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में 53 प्रतिशत की कमी आई है तथा इन घटनाओं में सुरक्षा बलों की मौत के मामलों में भी 72 प्रतिशत की कमी हुई है।
'हथियार के माध्यम से हासिल करना चाहते सत्ता'
उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद की गतिविधियों में लिप्त लोग इस देश के संविधान और लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं तथा वो हथियार के माध्यम से सत्ता हथियाना चाहते हैं। राय ने कहा कि साल 2010 में 96 जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे, लेकिन मोदी सरकार के प्रयासों के कारण 2023 में वामपंथी उग्रवाद 42 जिलों तक सिमटकर रह गया।'वामपंथी उग्रवादियों को समाप्त कर दिया जाएगा'
राय का कहना था, ‘‘10 वर्षों में जो प्रयास किए गए हैं, उसका प्रभाव स्पष्ट दिखता है। आने वाले दिनों में वामपंथी उग्रवादियों को समाप्त कर दिया जाएगा। ’’यह भी पढ़ें: Bangladesh Protest: ‘उन्हें समय देना चाहते हैं’, सर्वदलीय बैठक में बांग्लादेश को लेकर जयशंकर ने सांसदों को दी पूरी जानकारी