Mrs Universe Joy: अमृता त्रिपाठी ने जीता मिसेज यूनिवर्स जॉय का खिताब, कहा-महिलाओं को सशक्त बनाना है मकसद
भारत की अमृता त्रिपाठी ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में आयोजित मिसेज यूनिवर्स जॉय (Mrs Univrse Joy) प्रतियोगिता का ताज अपने कर लिया है। उन्होंने कहा कि टाइटल जीतने के बाद मेरे कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी आ गई है।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत की अमृता त्रिपाठी ने मिसेज यूनिवर्स जॉय ( Mrs Univrse Joy) का ताज अपने नाम कर भारत को एक बार फिर से गौरवान्वित किया है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में नेचुरल सुंदरता के साथ अपनी गरिमापूर्ण उपस्थिति दर्ज की। मिसेज यूनिवर्स जॉय का आयोजन दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में किया गया था।
मिसेज यूनिवर्स जॉय का ताज जीतने के बाद अमृता ने कहा, ' मैं मिसेज यूनिवर्स जॉय का खिताब जीतकर खुद को विनम्र महसूस कर रही हूं। टाइटल के साथ कुछ पॉजिटिव एनर्जी जुड़ी हुई है, जिससे मुझे खुशी मिल रही है। मां दुर्गा से मुझे प्रेरणा मिलती है और मैंने प्रतियोगिता के दौरान उनको याद किया।'
उन्होंने कहा कि इस टाइटल के जीतने के बाद मेरे कंधे पर एक बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। मैं अधिक से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम करना चाहती हूं, ताकि महिलाएं बिना किसी डर और भय के अपने सपने को पूरा कर सकें। अमृता इससे पहले वर्ष 2021 में मिसेज इंडिया का ताज जीत चुकी हैं।
अमृता त्रिपाठी ने दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान अपनी यादगार लम्हों में युद्ध स्मारक का दौरा करना भी बताया। उन्होंने कहा, ' साल 1950 में भारत ने 650 भारतीय डॉक्टरों को घायल सैनिकों के इलाज के लिए दक्षिण कोरिया भेजा था। डॉक्टरों को दी गई श्रद्धांजलि स्मारक पर भारतीय झंडा देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए।' National Costume Round के दौरान अमृता सफेद रंग की ड्रेस पहनी हुई थीं, जो सद्भाव, विश्व शांति और महिला सशक्तिकरण को दर्शा रहा था। उनकी कॉस्टयूम एक पंक्षी जैसा लग रहा था, जिसपर लिखा था, 'मुझे पंख दो, मुझे उड़ने दो, मुझ पर भरोसा करो, मुझे आकाश को छूने दो।'
अमृता ने बताया कि वह अने वाले समय में महिलाओं की सहायता करना चाहती हैं, जिनके आंखों में सपना है लेकिन सपने को साकार करने के लिए सही रास्ता नहीं मिल पाया है। उन्होंने बताया कि वह कई सामाजिक मुद्दों पर लगातार काम कर रही हैं और महिलाओं के मुद्दों को सुनने के लिए देश भर का दौरा करने की योजना बना रही हैं।