Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

ये है दुनिया का सबसे महंगा कीड़ा, इसे बेचकर रातों-रात बन जाएंगे अमीर; जानें क्यों है इतना खास

स्टैग बीटल सबसे महंगे कीड़े में से एक है। इसकी मुख्य पहचान इसके ब्लैक शाइनी सिर से निकलने वाले सींगों से की जाती है। इन कीड़ों का वजन 2-6 ग्राम के बीच होता है और इनका औसत जीवनकाल 3-7 साल का होता है। जहां मेल कीड़े 35-75 मिमी लंबे होते हैं वहीं फीमेल कीड़े की बात करें तो ये 30-50 मिमी लंबे होते हैं।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 07 Jul 2024 02:30 PM (IST)
Hero Image
इस कीड़े की कीमत जान उड़ जाएंगे होश (फाइल फोटो)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आपने तरह-तरह के कीड़े देखे होंगे, लेकिन क्या आपने किसी कीड़े की कीमत 75 लाख रुपये सुनी है। बता दें ये कीड़ा स्टैग बीटल है,'स्टैग बीटल' दुनिया के सबसे महंगे कीड़ों में से एक है। अब आपको बताते हैं, स्टैग बीटल में ऐसा क्या है, जो इसे खास बनाता है। स्टैग बीटल पृथ्वी पर सबसे दुर्लभ प्रजातियों में से एक है। स्टैग बीटल एक भाग्यशाली आकर्षण माना जाता है। कुछ लोग सोचते हैं कि स्टैग बीटल रखने से आप रातों-रात अमीर बन सकते हैं।

साइंटिफिक डेटा जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टैग बीटल वन इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण सैप्रोक्सिलिक संयोजन का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपने बढ़े हुए मेम्बिबल्स के लिए जाने जाते हैं।

मेडिकल उपयोग के लिए भी किया जाता इस्तेमाल

इन कीड़ों का वजन 2-6 ग्राम के बीच होता है और इनका औसत जीवनकाल 3-7 साल का होता है। जहां मेल कीड़े 35-75 मिमी लंबे होते हैं, वहीं फीमेल कीड़े 30-50 मिमी लंबे होते हैं। इनका इस्तेमाल मेडिकल उपयोग के लिए भी किया जाता है।

स्टैग बीटल के नाम की अगर बात करें तो ये बीटल पर पाए जाने वाले विशिष्ट मेम्बिबल्स से लिया गया है। स्टैग बीटल गर्म, ट्रॉपिकल वातावरण में पनपते हैं और ठंडे तापमान के प्रति संवेदनशील होते हैं। ये स्वाभाविक रूप से वुडलैंड्स में निवास करते हैं, लेकिन हेजरोज़, पारंपरिक बगीचों और पार्कों और उद्यानों जैसे शहरी क्षेत्रों में भी पाए जा सकते हैं,

वे क्या खाते हैं?

स्टैग बीटल मीठे तरल पदार्थ जैसे पेड़ का रस और सड़ते फलों का रस खाते हैं। स्टैग बीटल के लार्वा मृत लकड़ी को खाते हैं, अपने नुकीले जबड़ों का इस्तेमाल करके रेशेदार सतह से खुरचने और टुकड़े निकालने के लिए उपयोग करते हैं। स्टैग बीटल जीवित पेड़ों या झाड़ियों के लिए खतरा पैदा नहीं करते हैं।

यह भी पढ़ें: Mid Day Meal: बक्सर के इस स्कूल के एमडीएम में मिले कीड़े, प्रधानाध्यापक के बयान पर शिक्षा विभाग ने दिया ये जवाब