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आंध्र प्रदेश में आई बाढ़ से सड़क, रेल मार्ग क्षतिग्रस्त, कई ट्रेनें रद, 24 की गई जान और लाखों लोग हुए प्रभावित

Andhra Pradesh Floods नेल्लोर और विजयवाड़ा के बीच यातायात को निलंबित कर दिया गया है जिससे दोनों तरफ पांच किलोमीटर तक सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर में एक तरफ यातायात बहाल कर दिया गया।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sun, 21 Nov 2021 05:25 PM (IST)
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बारिश और बाढ़ ने 1,549 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है
अमरावती, आइएएनएस। आंध्र प्रदेश में भारी बारिश व बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त - व्यस्त है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ के चलते मुख्य सड़क और रेल मार्ग बंद रहने के कारण रविवार को कई ट्रेनों को रद कर दिया गया या उनका रूट बदल दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने चेन्नई-विजयवाड़ा ग्रैंड ट्रंक रूट पर 42 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। कई अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से रद या डायवर्ट किया गया है। बाढ़ की चपेट में आने वाले चार जिलों में से एक नेल्लोर जिले में रेल की पटरियां पानी में डूब जाने से ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई। दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के अनुसार विजयवाड़ा डिवीजन के नेल्लोर-पादुगुपाडु सेक्शन और गुंतकल डिवीजन के रजामपेट-नंदलूर के बीच ट्रैक पर पानी भर जाने से ट्रेनें रद कर दी गईं हैं।

ये ट्रेनें की गईं है रद

विशाखापत्तनम-कडपा, तिरुपति-हजरत निजामुद्दीन, चेन्नई सेंट्रल-सीएसटी मुंबई, तिरुपति-निजामाबाद, चित्तूर-काचीगुडा, चेन्नई सेंट्रल-एलटीटी मुंबई, तिरुपति-कोल्हापुर, गुडूर-सिकंदराबाद, विजयवाड़ा-चेन्नई सेंट्रल, काकीनाडा टाउन-तिरुपति शामिल हैं। , आदिलाबाद- एच एस नांदेड़, लिंगमपल्ली-तिरुपति, हैदराबाद-तांबरम, हैदराबाद-चेन्नई सेंट्रल, सिकंदराबाद-गुदुर, सिकंदराबाद-तिरुपति और तिरुपति-आदिलाबाद आदि ट्रेनें हैं।

सोमसिला डैम के ओवरफ्लो होने के कारण आई बाढ़ ने नेल्लोर जिले में चेन्नई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग-16 को क्षतिग्रस्त कर दिया है। पादुगुपाडु और नेल्लोर शहर के पास सड़क के भारी जलभराव के बाद राजमार्ग को यातायात के लिए बंद करना पड़ा है। इस बीच सड़क मार्ग में सैकड़ों वाहन बुरी तरह से फंस गए हैं।

पांच किलोमीटर तक में फंसे रहे वाहन

नेल्लोर और विजयवाड़ा के बीच यातायात को निलंबित कर दिया गया है, जिससे दोनों तरफ पांच किलोमीटर तक सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर में एक तरफ यातायात बहाल कर दिया गया। तिरुपति से श्रीकालहस्ती की ओर जाने वाले वाहनों को तोट्टेम्बेडु में मोड़ दिया गया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी जाम लग गया है।

पुलिस मोटर चालकों को कडपा, पमुरु और दारसी के रास्ते अपने वाहनों को मोड़ने की सलाह दे रही है। बस सेवाएं बंद होने से सैकड़ों यात्री नेल्लोर बस स्टेशन में फंस गए हैं। बाढ़ प्रभावित चित्तूर, कडप्पा और अनंतपुर जिलों में सैकड़ों ट्रेन और बस यात्री भी फंसे हुए हैं।

अब तक चार जिलों में 24 की गई जान

इस बीच, मंदिरों के शहर तिरुपति में लोगों को कोई राहत नहीं मिल पाई है। यहां कई रिहायशी इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। भारी बारिश और बाढ़ ने अब तक चार जिलों में 24 लोगों की जान ले ली है जबकि 17 लोग लापता हो गए हैं। कडप्पा जिले में 13 मौतें हुई हैं, जबकि सात मौतें अनंतपुर से और चार चित्तूर से हुई हैं।

अधिकारियों के मुताबिक बाढ़ से करीब 24 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश से कुल 1,316 गांव प्रभावित हुए हैं। बारिश और बाढ़ ने 1,549 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। अधिकारियों ने लगभग 21,000 लोगों को निकाला और 243 राहत शिविर स्थापित किए है। प्राकृतिक आपदा ने 6.33 लाख एकड़ में कृषि और बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचाया है।