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Anurag Thakur: अमृतपाल पर बोले अनुराग ठाकुर, भाजपा ने पंजाब और पंजाबियों की सुरक्षा पर कभी राजनीति नहीं की

Anurag Thakur on Amritpal अनुराग ठाकुर ने अमृतपाल पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कुछ मामले सुरक्षा से जुड़े होते हैं। भाजपा ने पंजाब और पंजाबियों की सुरक्षा पर कभी राजनीति नहीं की है।हमने पंजाब सरकार से सहयोग की बात की थी और कर रहे हैं।

By AgencyEdited By: Babli KumariPublished: Sun, 30 Apr 2023 01:17 PM (IST)Updated: Sun, 30 Apr 2023 01:17 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अमृतपाल पर बोला (फोटो एएनआई)

नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज पंजाब के जालंधर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम 'मन की बात' के 100वें एपिसोड को सुना। वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अनुराग ठाकुर ने पंजाब के सुरक्षा को लेके बात की।

— ANI (@ANI) April 30, 2023

उन्होंने अमृतपाल सिंह पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कुछ मामले सुरक्षा से जुड़े होते हैं। भाजपा ने पंजाब और पंजाबियों की सुरक्षा पर कभी राजनीति नहीं की है। हमने पंजाब सरकार से सहयोग की बात की थी और कर रहे हैं। ऐसा कोई भी असमाजिक तत्व जो पंजाब का माहौल खराब करने का प्रयास करेगा, वो किसी को बर्दाश्त नहीं होगा। 

मन की बात के 100वें एपिसोड को पीएम ने किया संबोधित 

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को कहा कि उनका मासिक रेडियो प्रसारण 'मन की बात' देश के लोगों के लिए अच्छाई और सकारात्मकता का अनूठा पर्व बन गया है। अपने मासिक रेडियो प्रसारण के 100वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा, दोस्तों, 3 अक्टूबर, 2014 (जिस दिन पहला एपिसोड प्रसारित हुआ था) विजयादशमी का त्योहार था और हम सबने मिलकर उस दिन 'मन की बात' की यात्रा शुरू की थी।
पीएम मोदी ने कहा, आज 'मन की बात' का सौवां एपिसोड है। आप सभी के हजारों पत्र मिले, लाखों संदेश मिले और मैंने पढ़ने की कोशिश की है, संदेशों को समझने की कोशिश की है।

भारत की प्राचीन परंपरा रही है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि चाहे शिक्षा की बात हो या संस्कृति की, चाहे उसके संरक्षण की बात हो या उसके प्रचार-प्रसार की, यह भारत की प्राचीन परंपरा रही है।
देश आज इस दिशा में जो काम कर रहा है वह वाकई काबिले तारीफ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हो या क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई का विकल्प, चाहे शिक्षा में तकनीकी एकीकरण, ऐसे कई प्रयास आपने देखे होंगे। वर्षों पहले शुरू किए गए कार्यक्रम 'गुणोत्सव और शाला प्रवेशोत्सव' गुजरात में बेहतर शिक्षा प्रदान करने और स्कूल छोड़ने वालों की दर को कम करने के लिए जनभागीदारी का एक अद्भुत उदाहरण बन गया था।

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