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Joint Exercise: पूर्वी लद्दाख में थलसेना और वायुसेना ने साथ मिलकर किया अभ्यास, C17 ग्लोबमास्टर ने दिखाया दमखम

सूत्रों ने बताया कि अभ्यास के दौरान विशेष सैनिकों ने अपनी गति चपलता और मारक क्षमता का भी प्रदर्शन किया। इसके साथ ही किसी संकट की स्थिति में शीघ्रता से तैनात करने की उनकी क्षमता का प्रदर्शन भी किया गया। (फोटो adgpi)

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 14 Apr 2023 12:13 AM (IST)
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पूर्वी लद्दाख में थलसेना और वायुसेना ने साथ मिलकर किया अभ्यास, C17 ग्लोबमास्टर ने दिखाया दमखम

नई दिल्ली, पीटीआई। पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना और वायुसेना के सामरिक बलों ने पूर्वी सेक्टर में एक बहु-क्षेत्रीय अभ्यास किया। इस मामले से वाकिफ लोगों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य निर्दिष्ट क्षेत्रों में संयुक्त योजनाओं पर काम कर इनकी पुष्टि करना था। उन्होंने बताया कि यह अभ्यास पिछले सप्ताह बीजिंग द्वारा अरुणाचल प्रदेश में 11 और स्थानों के लिए चीनी नामों की घोषणा की पृष्ठभूमि में हुआ था, जिसे ड्रैगन तिब्बत का दक्षिणी हिस्सा होने का दावा करता है। हालांकि, भारत ने चीन के इस कदम को सिरे से खारिज कर दिया था। 

अभ्यास सत्र में शामिल हुआ सी17 ग्लोबमास्टर

बता दें कि अभ्यास सत्र में वायुसेना का सी17 ग्लोबमास्टर, चिनूक, एमआई 17 हेलिकॉप्टर शामिल हुआ। इसके अलावा आगरा स्थित शत्रुजीत ब्रिगेट के पैराट्रूपर्स ने चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर एक विशेष हेलीबोर्न अभियान चलाया। 

भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए अभ्यास की तस्वीरें शेयर कीं। सेना ने बताया कि शत्रुजीत ब्रिगेट और स्पीकर कॉर्प्स के जवानों ने एक संयुक्त अभ्यास किया।

सैनिकों ने असाधारण क्षमता का किया प्रदर्शन

सूत्रों ने बताया कि अभ्यास के दौरान विशेष सैनिकों ने अपनी गति, चपलता और मारक क्षमता का भी प्रदर्शन किया। इसके साथ ही किसी संकट की स्थिति में शीघ्रता से तैनात करने की उनकी क्षमता का प्रदर्शन भी किया गया। सूत्रों ने बताया कि कुल मिलाकर सैनिकों ने दुर्गम पहाड़ी इलाकों में काम करते हुए असाधारण क्षमता और तालमेल का प्रदर्शन किया।