Move to Jagran APP

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत का स्टैंड क्लियर, दुनिया ने हमारे सैन्य संकल्प पर दिया ध्यानः सेना प्रमुख

भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के रुख का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे लिए राष्ट्रहित पहले है। उन्होंने भारत की विदेश नीति और कूटनीति की तारीफ करते हुए कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने अपना स्टैंड क्लियर रखा। सेना प्रमुख मनोज पांडे शुक्रवार को विज्ञान भवन में पीएचडीसीसीआई के 118 वें वार्षिक सत्र को संबोधित कर रहे थे।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 29 Sep 2023 04:16 PM (IST)
Hero Image
विज्ञान भवन में पीएचडीसीसीआई के 118 वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख। (फोटो- एएनआई)
एएनआई, नई दिल्ली। भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के रुख का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे लिए राष्ट्रहित पहले है। उन्होंने भारत की विदेश नीति और कूटनीति की तारीफ करते हुए कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने अपना स्टैंड क्लियर रखा।

भारती की विदेश नीति पर क्या बोले सेना प्रमुख?

सेना प्रमुख मनोज पांडे शुक्रवार को विज्ञान भवन में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के 118 वें वार्षिक सत्र को संबोधित कर रहे थे। सेना प्रमुख ने कहा कि हमारी विदेश नीति और कूटनीति इस समय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

सत्र को संबोधित करते हुए मनोज पांडे ने कहा,

द्विपक्षीय और बहुपक्षीय समूह, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन, आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन, व्यापार समझौते के विस्तार और वैश्विक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए हमारे प्रयास स्पष्ट है।

भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोरः मनोज पांडे

सेना प्रमुख ने कहा कि हमारा प्रयास आत्मनिर्भर भारत बनाने पर है। उन्होंने कहा कि हम अनुसंधान व विकास के लिए परीक्षण और प्रावधान पर जोर देते रहेंगे। उन्होंने अग्निपथ योजना पर कहा कि ये चार साल के बाद सशक्त होंगे। साथ ही उन्होंने इसे अग्रणी बताया।

अग्निपथ पथ योजना का चार बाद दिखेगा असरः सेना प्रमुख 

बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत चयनित उम्मीदवारों को चार साल के लिए अग्निवीर के तौर पर सशस्त्र बलों में भर्ती किया जाता है। चार साल के बाद एक चौथाई अग्निवीरों को स्थायी किया जाता जाता है और बाकी अग्निवीरों को विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के लिए भेजे जाते हैं।