किश्तवाड़ हादसे के बाद सेना ने रोकीं ध्रुव हेलीकाप्टर की उड़ानें, चार अप्रैल को हुआ था एक जवान बलिदान
सेना ने एडवांस लाइट हेलीकाप्टर (एएलएच) ध्रुव की उड़ानें रोक दी हैं। यह कदम गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उठाया गया है। चार अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में हुई दुर्घटना में सेना का एक तकनीशियन बलिदान हो गया था।
नई दिल्ली, एएनआई। सेना ने एडवांस लाइट हेलीकाप्टर (एएलएच) ध्रुव की उड़ानें रोक दी हैं। यह कदम गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उठाया गया है। चार अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में हुई दुर्घटना में सेना का एक तकनीशियन बलिदान हो गया था, जबकि दो पायलट घायल हो गए थे।
एहतियातन लिया गया है उड़ान को अस्थायी रूप से रोकने का फैसला
रक्षा अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि उड़ान को अस्थायी रूप से रोकने का फैसला एहतियातन लिया गया है। सेना के अभियानों के दौरान ध्रुव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। भारतीय सेना ऊंचाई वाले स्थानों पर कार्रवाई के लिए एडवांस लाइट हेलीकाप्टर का इस्तेमाल करती है। ध्रुव की उड़ानें रोके जाने से इन पर प्रभाव पड़ रहा है। आतंकी संगठनों के खिलाफ राजौरी और बारामूला में अभियान तेज कर दिया गया है। सेना को चीता और चेतक बेड़े पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
पहले भी रोकी गई थी ध्रुव की उड़ानें
गौरतलब है कि इससे पहले भी ऐसी दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसके बाद ध्रुव की उड़ानें रोकनी पड़ी थीं। मार्च में मुंबई में नौसेना का हेलीकाप्टर वीवीआइपी ड्यूटी के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जबकि अप्रैल में कोच्चि में ट्रायल के दौरान कोस्ट गार्ड के हेलीकाप्टर ने क्रैश लैंडिंग की थी। नौसेना और कोस्ट गार्ड से जुड़े ध्रुव हेलीकाप्टर की तकनीकी जांच जारी है। जांच में पास किए गए हेलीकाप्टर फिर से उड़ान भर रहे हैं। भारतीय वायु सेना की ओर से 70 अत्याधुनिक ध्रुव हेलीकाप्टर का इस्तेमाल किया जाता है।