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विश्वकर्मा योजना से जुड़ने वाले कारीगर बेच सकेंगे ONDC पर अपने सामान, रजिस्ट्री कराने का नहीं लगेगा कोई शुल्क

आवेदक की उम्र 18 साल से ऊपर होनी चाहिए। एक परिवार से एक ही व्यक्ति विश्वकर्मा योजना का लाभ ले सकेगा। 18 प्रकार के परंपरागत कामकाज के लिए गत 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत परंपरागत काम करने वाले इन 18 प्रकार के पेशेवरों को ट्रेनिंग देने के साथ तीन लाख रुपए तक के लोन दिए जाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 18 Sep 2023 09:42 PM (IST)
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बैंक खाता नहीं होने पर पहले बैंक खाता खुलवाना होगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए परंपरागत काम करने वाले कारीगर व शिल्पकारों को कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से विश्वकर्मा पोर्टल पर अपना पंजीयन कराना होगा। वह चाहे तो सीएससी पर जाकर खुद भी आवेदन कर सकते हैं या विलेज लेवल इंट्रेप्रेन्योर (वीएलई) की मदद ले सकते हैं।

मोबाइल फोन नंबर और राशन कार्ड देना होगा

इस पंजीयन का उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। पंजीयन के दौरान उन्हें अपना आधार कार्ड, बैंक एकाउंट, मोबाइल फोन नंबर और राशन कार्ड देना होगा। अगर किसी आवेदक के पास राशन कार्ड नहीं है तो उसे अपने परिवार के सभी सदस्यों का आधार नंबर देना होगा। बैंक खाता नहीं होने पर पहले बैंक खाता खुलवाना होगा। सबसे अच्छी बात है कि एक बार विश्वकर्मा पोर्टल पर सफल रूप से पंजीकृत होने के बाद वह आवेदक एमएसएमई मंत्रालय के उद्यम पोर्टल से भी जुड़ सकेगा।

ओएनडीसी पर बिक्री की व्यवस्था की जाएगी

योजना से जुड़ने वाले कारीगरों के उत्पाद को सरकारी डिजिटल पोर्टल ओएनडीसी पर बिक्री की व्यवस्था की जाएगी। उनके उत्पाद सरकारी ई-मार्केट (जेम) पर भी बेचे जा सकते हैं। योजना का लाभ पाने के लिए शहर में रहने वाले कारीगर या शिल्पकार शहर के कामन सर्विस सेंटर पर जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं।

क्या होगी आवेदकों की उम्र सीमा?

आवेदक की उम्र 18 साल से ऊपर होनी चाहिए। एक परिवार से एक ही व्यक्ति विश्वकर्मा योजना का लाभ ले सकेगा। 18 प्रकार के परंपरागत कामकाज के लिए गत 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत परंपरागत काम करने वाले इन 18 प्रकार के पेशेवरों को ट्रेनिंग देने के साथ तीन लाख रुपए तक के लोन दिए जाएंगे।

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शहर के स्तर पर बनाई गई कमेटी आवेदक को सत्यापित करेगी

पंजीयन के बाद ग्राम पंचायत स्तर पर आवेदक को सत्यापित किया जाएगा। शहर के स्तर पर बनाई गई कमेटी आवेदक को सत्यापित करेगी। सत्यापन के बाद आवेदक को विश्वकर्मा कार्ड मिलेगा और फिर वे इस योजना के लाभ के हकदार होंगे। पहले उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर वे लोन के लिए अप्लाई कर सकेंगे। पहले चरण में एक लाख रुपए लोन मिलेंगे जिसे उन्हें 18 महीने में लौटाना होगा। दूसरे चरण में पंजीकृत आवेदक दो लाख का लोन ले सकेगा जिसे 30 महीने में लौटाना होगा।

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