Arunachal Pradesh: APPSC पेपर लीक मामले को लेकर ईटानगर में भारी विरोध-प्रदर्शन, धारा 144 लागू
Arunachal Pradesh राजधानी ईटानगर में एपीपीएससी पेपर लीक मामले को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुआ। इस कारण प्रदर्शनकारी और सुरक्षा कर्मियों के बीच भिंड़त हो गई। इसके बाद पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।
By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 17 Feb 2023 02:23 PM (IST)
अरुणाचल प्रदेश, ऑनलाइन डेस्क। अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले को लेकर राज्य में काफी हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच, ईटानगर में विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा कर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच भिंडत हो गई। पुलिस ने जानकारी दी कि मामला इतना गंभीर हो गया था कि सुरक्षा कर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने पड़े और साथ ही लाठीचार्ज करना पड़ा। फिलहाल, हालात पर काबू पा लिया गया है।
स्थिति को काबू करने के लिए छोड़े गए आंसू गैस
पेपर लीक को लेकर राज्य के छात्रों में काफी आक्रोश है। शुक्रवार की शाम नए APPSC अध्यक्ष के निर्धारित शपथ ग्रहण को रद्द करने की मांग को लेकर पीड़ित उम्मीदवारों और उनके माता-पिता सहित हजारों लोग सुबह-सुबह राजधानी शहर की सड़कों पर उतर आए। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पोस्टरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जो 20 फरवरी को दो दिवसीय दौरे पर पूर्वोत्तर राज्य में आने वाली हैं।
शपथ ग्रहण को रद्द करने की मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं नवनियुक्त सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया जाए, इसी मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा था। समिति की मांग है कि एपीपीएससी द्वारा आयोजित सभी परीक्षाएं जिनमें प्रश्नपत्र लीक हुए थे उन्हें रद्द कर दिया जाए। साथ ही, आयोग के पूर्व अध्यक्ष, सचिव, सदस्यों और अन्य अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि सभी पीड़ित उम्मीदवारों को वापस बुलाया जाए। प्रत्येक को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।लाठी चार्ज करना हुआ जरूरी
आईजी चुखु आपा ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठी चार्ज करने को भी मजबूर हो गए। झड़प के दौरान चार पुलिसकर्मी भी बुरी तरह घायल हो गए थे, जिसके बाद ईटानगर में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। आईजी का कहना है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान भी उन लोगों को कानून व्यवस्था बनाकर रखना चाहिए था।
राज्यपाल को लिखा गया था पत्र
असंतुष्ट उम्मीदवारों ने पहले राज्यपाल बी डी मिश्रा को पत्र लिखकर एपीपीएससी के नए अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताई थी और उनसे शपथ ग्रहण नहीं कराने का अनुरोध किया था। मिश्रा को लद्दाख का लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाया गया है और लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक ने गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।केन्द्रीय एजेंसी करेगी मामले की जांच
राज्य सरकार ने कहा कि जो कुछ भी हुआ उसके लिए समिति को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। राज्य सरकार ने कथित प्रश्न पत्र लीक की सीबीआई जांच की सिफारिश की है और केंद्रीय एजेंसी ने जांच शुरू कर दी है।यह भी पढ़ें: NDRF: भूकंप प्रभावित तुर्किये से सफल ऑपरेशन के बाद भारत लौटी NDRF की टीम, हिंडन एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत
अदाणी मामला: जनहित याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनावई, विशेषज्ञों के पैनल की स्थापना पर भी होगा विचार