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'अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा...', चीन के सभी दावों को विदेश मंत्रालय ने बताया बेतुका

पीएम मोदी ने इसी तथ्य को सामने लाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय राज्य अरूणाचल प्रदेश को लेकर चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का बेतुका बयान हमने देखा है। इस बारे में आधारहीन दावों का कोई महत्व नहीं है। अरूणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था है और हमेशा रहेगा।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Wed, 20 Mar 2024 12:14 AM (IST)
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अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन के बेतुके बयान को भारत ने एक सिरे से खारिज कर दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। हाल के दिनों में चीन की तरफ से जिस तरह से अरूणाचल प्रदेश को लेकर बयानबाजी बढ़ गई है उसको देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय का तेवर भी तल्ख होता जा रहा है बल्कि हर स्तर पर भारत अपने इस पड़ोसी देश को संकेत दे रहा है कि वह हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार है। अरूणाचल प्रदेश को लेकर चीन के पहले विदेश मंत्रालय ने और उसके बाद वहां के रक्षा मंत्रालय की तरफ से नागवार गुजरने वाली टिप्पणियां की गई हैं।

चीन सीधे तौर पर भारत के इस पूर्वोत्तर राज्य को अपना हिस्सा करार देने लगा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को चीन के रक्षा मंत्रालय को सीधा जवाब दिया है कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा पहले भी था, अब भी है और आगे भी रहेगा।दूसरी तरफ, पीएम नरेन्द्र मोदी ने हिंद महासागर में भारतीय नौ सेना की तरफ से समुद्री दस्युओं पर सफल कार्रवाई के संदर्भ में एक बयान दिया है जो चीन की तरफ इशारा है।

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पिछले दिनों भारतीय नौ सेना ने कार्रवाई करके हिंदी महासागर में बुल्गारिया के एक जहाज को बचाया था और दस्युओं के चंगुल से इस जहाज में काम करने वाले बुल्गारियाई नागरिकों को बचाया था। बुल्गारिया के राष्ट्रपति ने इसकी तारीफ करते हुए भारतीय नेवी और पीएम नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद कहा है। इसके जवाब में मोदी ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर लिखा है कि, “हमें इस बात की खुशी है कि सात बुल्गारियाई नागरिक सुरक्षित हैं और अपने देश लौट रहे हैं। भारत हिंद महासागर क्षेत्र में नौवहन के स्वतंत्र आवागमन और दस्युओं व आतंकियों से मुक्त कराने को लेकर प्रतिबद्ध है।"

सनद रहे कि हिंद और प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामक होती गतिविधियों से इस पूरे क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्र परिवहन को लेकर चिंताएं पैदा हो रही हैं। ऐसे में भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और यूरोपीय देश भी हिंद प्रशांत क्षेत्र में जहाजों के आवागमन को आजाद, मुक्त व सभी के लिए समान अवसर वाला बनाने पर जोर दे रहे हैं।

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पीएम मोदी ने इसी तथ्य को सामने लाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने अपने बयान में कहा है कि, भारतीय राज्य अरूणाचल प्रदेश को लेकर चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का बेतुका बयान हमने देखा है। इस बारे में आधारहीन दावों का कोई महत्व नहीं है। अरूणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। यहां के लोग हमारी विकास परियोजनाओं और ढांचागत विकास से आगे भी लाभान्वित होते रहेंगे।