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गुजरात में ही दड़ाडेंगे एशियाई शेर, भूपेंद्र यादव ने कहा- दूसरे राज्यों में शिफ्ट करने की नहीं है कोई योजना

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब दिया और कहा कि एशियाई शेर गुजरात में ही रहेंगे। इन्हें अभी किसी दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं है। वैसे भी किसी भी वन्यजीव को कहीं भी शिफ्ट करने के लिए पर्यावरण अनुकूलता जरूरी है।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 15 Dec 2022 08:47 PM (IST)
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गुजरात में ही दड़ाडेंगे एशियाई शेर। फाइल फोटो।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एशियाई शेरों को गुजरात के गिर वन क्षेत्र से दूसरे राज्यों में स्थानांतरित करने को लेकर संसद में पूछे गए सवालों का गुरुवार को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब दिया और कहा कि एशियाई शेर गुजरात में ही रहेंगे। इन्हें अभी किसी दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं है। वैसे भी किसी भी वन्यजीव को कहीं भी शिफ्ट करने के लिए पर्यावरण अनुकूलता जरूरी है। एशियाई शेरों के लिहाज से अभी सिर्फ गुजरात ही उनके लिए सबसे उपयुक्त है।

गुजरात में ही किया जा रहा अनुकूल क्षेत्रों का चयन

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी गुजरात में ही इसके अनुकूल क्षेत्रों का चयन किया जा रहा है। इनमें गुजरात के बर्दा वन्यजीव अभयारण्य का चयन किया गया है, जहां फिलहाल 40 वयस्क शेरों और उनके शावकों को रखा जा सकता है। यह क्षेत्र गिर से करीब 100 किमी की दूरी है। इसके साथ ही गिर के क्षेत्र को भी विस्तार दिया जा सकता है। जिसमें उसके सटे वन्यजीव क्षेत्रों को इससे एक गलियारे के तहत जोड़ने की योजना बनाई है।

राज्यसभा सदस्य के सवाल का दिया जवाब

उन्होंने यह जवाब राज्यसभा सदस्य बृजलाल के सवाल पर दिया, जिसमें उन्होंने पूछा था कि चंदौली जिले में चंद्रप्रभा अभयारण्य है, जहां पहले शेर लाकर बसाए गए थे लेकिन पिछली सरकारों के कुप्रबंधन के चलते यह खत्म हो गए। क्या सरकार फिर से वहां शेरों को बसाने का कोई प्रयास कर रही है? हालांकि राज्यसभा में कपिल सिब्बल और दिग्विजय सिंह से जुड़े सवालों के लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एशियाई शेरों की शिफ्टिंग को लेकर एक विशेष कमेटी गठित की गई है। जो इसके अनुकूल क्षेत्रों और स्थानांतरण से जुड़े पहलुओं की पहचान कर रही है।

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