Assam By Election: असम की दो राज्यसभा सीटों पर BJP ने दर्ज की निर्विरोध जीत, बिना चुनाव लड़े बने सांसद
असम की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने राज्यसभा की दो सीटें अपने नाम कर ली। बिना चुनाव लड़े दो सीटें पार्टी की झोली में चली गई। राज्य में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी से दो ही उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। इसके मद्देनजर उन दोनों भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध चयन हो गया। पिछले सप्ताह भाजपा के उम्मीदवार रामेश्वर तेली और मिशन रंजन दास ने नामांकन दाखिल किया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने राज्यसभा की दो सीटें अपने नाम कर ली। बिना चुनाव लड़े दो सीटें पार्टी की झोली में चली गई।
सोमावार यानी आज नामांकन लेने की आखिरी तारीख थी, ऐसे में राज्य में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी से दो ही उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। इसके मद्देनजर उन दोनों भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध चयन हो गया।
भाजपा के दो उम्मीदवारों को सौंपे गए थे प्रमाण पत्र
बता दें कि पिछले सप्ताह नामांकन दाखिल करने वाले भाजपा के दो उम्मीदवारों, रामेश्वर तेली और मिशन रंजन दास को गुवाहाटी में रिटर्निंग ऑफिसर राजीब भट्टाचार्य ने उनके प्रमाण पत्र सौंपे।भट्टाचार्य ने इस मामले में कहा, नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन वे केवल दो उम्मीदवार थे, तेली और दास दोनों को बिना किसी प्रतियोगिता के विजेता घोषित किया गया और उनके प्रमाण पत्र सौंपे गए।
केंद्रीय मंत्री तेली ने दिया पार्टी को धन्यवाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री तेली और उत्तरी करीमगंज से चार बार विधायक रहे दास ने 21 अगस्त को नामांकन दाखिल किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री तेली ने भी पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, 'मुझे संसद में रहने का अनुभव है और एक मंत्री के रूप में भी। दास विधानसभा में व्यापक अनुभव के साथ पार्टी के एक बहुत वरिष्ठ सदस्य हैं। हमें विश्वास है कि हम राज्यसभा में प्रासंगिक मामलों को उठाने में सक्षम होंगे।'बता दें कि लोकसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ सीट से और कामाख्या प्रसाद तासा के काजीरंगा सीट से जीतने के बाद भाजपा के कब्जे वाली दो राज्यसभा सीटें खाली हो गई थीं।यह भी पढ़ें: Assam Election Result: 'असम की नींव बहुत कमजोर...', सीएम सरमा ने क्यों बताया राज्य के चुनावी परिणाम को खतरनाक?