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'जनसंख्या नियंत्रण के ब्रांड एंबेसडर बन जाएं राहुल गांधी', मुसलमानों की आबादी पर असम के सीएम ने कांग्रेस नेता को क्यों दी ये सलाह?

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर वह इसके ब्रांड एंबेसडर बन जाएं तो लक्ष्य हासिल हो जाएगा। हिमंत ने दावा किया कि उनके राज्य में 2041 तब मुस्लिम आबादी बहुसंख्यक हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आबादी को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 19 Jul 2024 06:15 PM (IST)
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जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर हिमंत बिस्वा ने राहुल गांधी पर तंज कसा। (File Image)

पीटीआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को दावा किया कि उनके राज्य में मुस्लिम आबादी वर्ष 2041 तक बहुसंख्यक हो जाएगी। उनका कहना है कि असम में मुसलमानों की आबादी हर दस साल में करीब तीस प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।

हिमंत बिस्व सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सांख्यिकीय नमूनों के आधार पर असम में मुसलमानों की आबादी अब चालीस प्रतिशत हो गई है। सीमावर्ती राज्य असम वर्ष 2041 तक मुस्लिम बहुसंख्यक प्रदेश हो जाएगा। यह वास्तविकता है और इसे कोई अब रोक नहीं सकता है।

कांग्रेस और राहुल गांधी पर कसा तंज

मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में हिंदुओं की आबादी हर दस साल में मात्र 16 प्रतिशत ही बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने मुस्लिम समुदाय की बेतहाशा बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं। असम के मुख्यमंत्री ने तंज के अंदाज में कहा, 'मुसलमानों की आबादी को काबू में करने में कांग्रेस ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अगर राहुल गांधी जनसंख्या नियंत्रण के ब्रांड एंबेसडर बन जाएं तो लक्ष्य हासिल हो जाएगा, क्योंकि पूरा समुदाय केवल उन्हीं की सुनता है।'

सरमा ने कहा कि राज्य सरकार का बाल विवाह को रोकने का मिशन ना सिर्फ सामाजिक बदलाव लाया है, बल्कि बच्चियों के जीवन को स्वस्थ बनाया है। इससे पहले गुरुवार को असम सरकार ने बाल विवाह को रोकने और समान रूप से शादी व तलाक के पंजीकरण के लिए 'असम मुस्लिम मैरिजेज एंड डायवोर्स रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1935' को हटाने का फैसला किया है।

राज्य में 40 फीसदी हुई मुस्लिम आबादी: हिमंता

उन्होंने कहा कि बहू-बेटियों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इससे पहले, बुधवार को भी उन्होंने प्रदेश की बदलती डेमोग्राफी (जनसांख्यिकीय स्वरूप) पर चिंता जताई थी। यह उनके लिए जीवन-मरण का मामला है। सरमा ने कहा था कि 1951 में असम में मुस्लिम आबादी 12 प्रतिशत ही थी, जो अब बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है। प्रदेश में अवैध घुसपैठिए हमारे यहां की आदिवासी लड़कियों से शादी कर रहे हैं।