Assam Flood: असम को हर साल क्यों झेलना पड़ता है बाढ़ का प्रकोप? 10 साल में 800 से अधिक लोगों ने गंवाई जान
असम में हर साल मानसून का प्रकोप देखने को मिलता है। भारी बारिश के कारण असम में बाढ आती है जिसके कारण लाखों लोगों को प्रभावित होना पड़ता है। असम में पूरे देश में सबसे ज्यादा मानसूनी बारिश होने वाले इलाके भी शामिल हैं। इस साल भी असम में मानसून दस्तक दे चुका है और प्रदेश के लगभग 18 जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं।
By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 24 Jun 2023 04:20 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश में जैसे ही मानसून दस्तक देता है वैसे ही कई राज्यों में स्थिति भी बिगड़ने लग जाती है। मानसून आने के बाद तेज बारिश के चलते कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। जिसके कारण वहां रहने वाले लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। भारी बारिश होने के कारण किसानों को भी बहुत नुकसान झेलना पड़ता है।
वहीं, अगर हम बाढ़ की बात करते हैं तो असम मानसून में होने वाली बारिश के बाद बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। हर साल मानसून के दौरान असम में भारी बारिश दर्ज की जाती है। जिसके कारण लाखों लोग प्रभावित होते हैं।
असम में पूरे देश में सबसे ज्यादा मानसूनी बारिश होने वाले इलाके भी शामिल हैं। इस साल भी असम में मानसून दस्तक दे चुका है और प्रदेश के लगभग 18 जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं। इन इलाकों में आई बाढ़ के कारण 30 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित है और अपने-अपने घरों को छोड़ने के लिए भी मजबूर हो रहे हैं।
लेकिन एक सवाल अभी भी लोगों के जहन में उठता है कि आखिर प्रदेश में ऐसा क्या है जो हर साल असम में भारी बारिश होने के बाद बाढ़ आ जाती है। कई विशेषज्ञ इसके पीछे मानसून या फिर असम की भौगोलिक स्थिति भी बताते रहे हैं।
अभी तो ठीक से मानसून की शुरुआत भी नहीं हो पाई है और असम में अभी से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले समय में तेज बारिश और तूफान का भी पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग ने राज्य के 7 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
किसी भी अन्य प्रदेश के लिए यह बहुत ही असमान्य बात होती है लेकिन असम के लिए यह बहुत ही सामान्य बात है। असम में हर साल लाखों लोग बारिश के कारण आई बाढ़ से प्रभावित होते हैं।