एक हफ्ते में 4 ट्रेनों को पलटाने की साजिश का खुलासा, पाकिस्तानी आतंकी का वीडियो आया सामने; क्या कानपुर से है कनेक्शन?
ट्रेन पटरियों पर रची जा रही साजिश और कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश ने रेलवे की चिंता बढ़ा दी। तमाम घटनाओं के तार जुड़ने लगे हैं। इसके पीछे बड़ी साजिश की बू आ रही है। इस बीच पाकिस्तान आतंकी का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वह ट्रेनों को पलटाने की खातिर लोगों को उकसा रहा है।
जागरण, नई दिल्ली। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। पिछले एक हफ्ते में 4 बार ट्रेनों को पलटाने की कोशिश की गई। पिछले 23 दिनों में सिर्फ कानपुर के आसपास तीन बार ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची गई। कानपुर मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) व आईबी कर रही है।
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घटनाओं ने बढ़ाई रेलवे की चिंता
रेलवे के मुताबिक पिछले एक हफ्ते में देश के अलग-अलग हिस्सों में 4 बार ट्रेन को पटरियों से उतारने की कोशिश की गई। वहीं दो बार पथराव की घटना भी सामने आ चुकी है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि रेल सेवा के खिलाफ क्या कोई बड़ी साजिश रची जा रही है। इन घटनाओं के सामने आने के बाद रेलवे की चिंता बढ़नी लाजिमी है। असामाजिक तत्व खासकर वंदे भारत ट्रेन पर पथराव कर रहे हैं। रेलवे ने संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है।
पिछले साल से अब तक 17 मामले
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जून 2023 से अब तक पटरियों के साथ छेड़छाड़ के 17 मामले सामने आ चुके हैं। आरपीएफ मामला दर्जकर जांच में जुटी है। पिछले हफ्ते सोलापुर, जबलपुर समेत कई जगह ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई।
पाकिस्तानी आंतकी ने जारी किया वीडियो
पाकिस्तान के आतंकी फरहतुल्लाह घोरी ने हाल ही में एक वीडिया जारी किया। इसमें उसने अपने फॉलोअर्स से बड़े स्तर पर ट्रेनों को पटरी से उतारने की खातिर उकसाया रहा है। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस की पटरी पर सिलेंडर के अलावा पेट्रोल और माचिस का मिलना गहरी साजिश की ओर इशारा है। इसके पीछे आतंकी साजिश भी हो सकती है।
पटरी को उड़ाने की थी मंशा
उधर, बिल्हौर के पास कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रखने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के मुताबिक रेलवे ट्रैक को उड़ाने और ट्रेन को फूंकने की साजिश रची गई थी। एटीएस और आइबी के साथ-साथ एनआईए भी जांच में जुटी है। अब तक कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
23 दिन में तीन बड़ी साजिश
कानपुर के नजदीक पिछले 23 दिनों में तीन बार ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई। 24 अगस्त को फर्रुखाबाद में ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रखा गया था। इससे ट्रेन का इंजन टकरा गया था। इससे पहले 16 अगस्त को झांसी रेलमार्ग पर साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इसमें ट्रेन के इंजन से पटरी का टुकड़ा टकरा गया था। इसके बाद अब नौ सितंबर को बिल्हौर के पास कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई।
अजमेर में भी पटरी पर मिले सीमेंट ब्लॉक
राजस्थान के अजमेर में भी मालगाड़ी को पलटाने की साजिश रची गई थी। आठ सितंबर को यहां दो जगह पटरियों पर सीमेंट के ब्लॉक रखे गए थे। आरपीएफ ने मामला दर्ज किया है और जांच भी शुरू कर दी गई है। देश के कई हिस्सों पर लगातार ट्रेन की पटरियों पर लकड़ी और लोहे के टुकड़े, पत्थर, सिग्नल से छेड़छाड़ और लोहे के छड़ मिलने के मामले सामने आ रहे हैं।
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