अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर, ये दो सुपरकॉप संभाल रहे बड़ी जिम्मेदारी
अयोध्या में धर्म संसद हो रही है और बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच रहे हैं, ऐसे में भक्तों वहां के निवासियों की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है। दो सुपरकॉप को यह जिम्मेदारी दी गई है।
By Digpal SinghEdited By: Updated: Sun, 25 Nov 2018 07:47 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसियां। अयोध्या में एक बार फिर हजारों लाखों राम भक्त जुट गए हैं। शनिवार यानी 24 और रविवार 25 नवंबर को होने वाली धर्मसंसद में पहुंच रहे कई बड़े नेताओं के चलते सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। विवादित क्षेत्र ही नहीं पूरी अयोध्या नगरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के लिए 70 हजार सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है। किसी अनहोनी को लेकर लोगों में खौफ भी है और रामभक्त इस उम्मीद में इस ओर नजर लगाए हैं कि यहां से भगवान राम को उनका घर मिलने का रास्ता साफ होगा।
दो सुपरकॉप और 70 हजार सुरक्षाकर्मी
जब इतनी बड़ी संख्या में लोग अयोध्या नगरी पहुंच रहे हैं तो उनकी और वहां के निवासियों की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है। सरकार ने यहां 70 हजार सुरक्षाकर्मियों के तैनाती की है। लेकिन इस पूरी सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल के लिए दो जांबाजों को लगाया गया है। इन दोनों अधिकारियों के निर्देश पर अयोध्या नगरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। यही नहीं रामनगरी में धारा 144 लगा दी गई है।
जब इतनी बड़ी संख्या में लोग अयोध्या नगरी पहुंच रहे हैं तो उनकी और वहां के निवासियों की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है। सरकार ने यहां 70 हजार सुरक्षाकर्मियों के तैनाती की है। लेकिन इस पूरी सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल के लिए दो जांबाजों को लगाया गया है। इन दोनों अधिकारियों के निर्देश पर अयोध्या नगरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। यही नहीं रामनगरी में धारा 144 लगा दी गई है।
उत्तर प्रदेश की यौगी सरकार ने एडीजी टेक्निकल आशुतोष पांडे और डीआईजी रेंज झांसी सुभाष सिंह बघेल को अयोध्या में कैंप करने के लिए भेजा है। यह दोनों अफसर अयोध्या पहुंच भी गए हैं। यही वे दो अफसर हैं जो शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद के साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रमों पर नजर रखेंगे।
ये हैं दोनों की जिम्मेदारियां
राम जन्मभूमि के ब्लू और येलो जोन के का प्रभार एडीजी आशुतोष पांडे को सौंपा गया है, वे शनिवार को शिवसेना के कार्यक्रम पर कड़ी नजर रखेंगे। डीआईजी सुभाष बघेल को जन्मभूमि परिषद के रेड जोन और वीएचपी के सभी कार्यक्रमों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। यह दोनों अधिकारी अयोध्या में सभी कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं कैंप करेंगे। आसमान से भी की जा रही निगहबानी अयोध्या के करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं। लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। इनके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी यहां निगहबानी में लगे हैं।
राम जन्मभूमि के ब्लू और येलो जोन के का प्रभार एडीजी आशुतोष पांडे को सौंपा गया है, वे शनिवार को शिवसेना के कार्यक्रम पर कड़ी नजर रखेंगे। डीआईजी सुभाष बघेल को जन्मभूमि परिषद के रेड जोन और वीएचपी के सभी कार्यक्रमों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। यह दोनों अधिकारी अयोध्या में सभी कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं कैंप करेंगे। आसमान से भी की जा रही निगहबानी अयोध्या के करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं। लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। इनके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी यहां निगहबानी में लगे हैं।