बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को बहराइच से दबोचा, हत्या की साजिश में शामिल था
Baba Siddique murder case Update मुंबई पुलिस ने राकांपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक और आरोपी को उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान हरीश कुमार बालकराम के तौर पर हुई है। इसके साथ ही सिद्दीकी हत्या मामले में अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पीटीआई, मुंबई। मुंबई पुलिस ने राकांपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के बहराइच निवासी 23 वर्षीय हरीश कुमार बालकराम के रूप में हुई है। आरोपी बालकराम महाराष्ट्र के पुणे में स्क्रैप डीलर के रूप में काम करता था। आरोपी भी सिद्दीकी की हत्या की साजिश का हिस्सा था।
अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपी को बहराइच से पकड़ा गया। इसके साथ ही सिद्दीकी हत्या मामले में अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने इससे पहले हरियाणा निवासी 23 वर्षीय गुरमेल बलजीत सिंह, उत्तर प्रदेश निवासी 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप, शूटर और साजिश में शामिल प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया था। एक अन्य संदिग्ध शूटर शिवकुमार गौतम फरार है। वह भी बहराइच का रहने वाला है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे राकांपा(अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई के निर्मल नगर इलाके में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के ठीक बाहर शनिवार रात 9.15 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनका पूरा नाम बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी था। घायल अवस्था में उन्हें लीलावती अस्पताल भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
कौन थे बाबा सिद्दीकी?
बाबा सिद्दीकी बिहार के पटना में अब्दुल रहीम सिद्दीकी और राजिया सिद्दीकी के घर जन्मे थे। पिता घड़ी सुधारने का काम करते थे। इसमें वह भी उनकी मदद करते थे। इसके बाद बाबा सिद्दीकी मुंबई आ गए। यहां सेंट एनेस हाई स्कूल से उन्होंने 12वीं और एमएमके कॉलेज से स्नातक किया।
सिद्दीकी की पत्नी का नाम शहजीम सिद्दीकी है। उनके दो बच्चे हैं। बेटी अर्शिया सिद्दीकी डॉक्टर हैं, जबकि बेटे जीशान सिद्दीकी कांग्रेस विधायक हैं। बा सिद्दीकी अपनी इफ्तार पार्टियों के लिए थे। उनके पॉलिटिकल करियर में सुनील दत्त का अहम रोल था। बाबा सिद्दीकी का पॉलिटिक्स के साथ फिल्म इंडस्ट्री में भी उनका दबदबा था।
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक करियर
- सिद्दीकी ने छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की थी।
- साल 1977 से 1980 तक वह कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के सदस्य रहे।
- 1982 में बांद्रा यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी बने।
- 1988 में मुंबई यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने। 1993 में वे BMC में कॉरपोरेटर (पार्षद) चुने गए थे।
- 1999 में बाबा कांग्रेस के टिकट पर पहली बार बांद्रा वेस्ट से विधायक बने।
- 2014 तक लगातार तीन बार इस सीट से विधायक रहे।
- 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र सरकार में खाद्य व श्रम राज्य मंत्री भी रहे। हालांकि, 2014 में चुनाव हार गए।
- 2014 में उन्हें मुंबई रीजनल कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और 2019 में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया।
- फरवरी, 2024 में वे कांग्रेस छोड़ अजित पवार की NCP में शामिल हुए थे।
- वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष भी रहे थे।