Balakot Air Strike आज ही के दिन भारतीय वायुसेना ने पाक में घुसकर बालाकोट एयर स्ट्राइक की थी। आज इस स्ट्राइक को 4 साल पूरे हो गए हैं। वायुसेना की यह सर्जिकल स्ट्राइक पुलवामा हमले का बदला थी। आइए जानें भारतीय सेना के बदले की पूरी कहानी...
By Mahen KhannaEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 26 Feb 2023 10:51 AM (IST)
नई दिल्ली, महेन खन्ना। Balakot Air Strike एयर स्ट्राइक का नाम सुनते ही 4 साल पहले भारतीय सेना की शौर्य गाथा की याद आ जाती है। आज ही के दिन यानी 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के पख्तूनख्वां स्थित बालाकोट पर भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने आधी रात को लड़ाकू विमानों से ताबड़तोड़ हमले किए। वायुसेना के इस हमले में बालाकोट में मौजूद कई आतंकियों के अड्डे तबाह किए गए। बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019 Balakot Air Strike) करने का फैसला रातों-रात नहीं किया गया था, बल्कि इसकी स्क्रिप्ट उस दिन ही लिख दी गई थी जब देश में पुलवामा हमला हुआ था। आइए, जानें भारतीय सेना के बदले की पूरी कहानी...
पुलवामा हमले का 'बदला' थी एयरस्ट्राइक
दरअसल, 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Attack) में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकी ने भारतीय सेना के काफिले पर हमला कर दिया था। दोपहर के करीब 3 बजे थे और श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर सीआरपीएफ के जवानों को लेकर कुछ बसों का काफिला गुजर रहा था। काफिला जैसे ही हाईवे पर आया तभी एक आत्मघाती आतंकी ने विस्फोटों से लदे वाहन के साथ एक बस में टक्कर मार दी और बस के चीथड़े उड़ गए, जिससे हमारे 40 जवान शहीद हो गए।
इस हमले के बाद ही सेना ने पाक से बदला लेने की पूरी कहानी लिख दी थी और इसके बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक की गई।
PM Modi ने रैली से दिया बदले का संकेत, कुछ बड़ा होगा
''शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और गुनहगारों को सजा जरूर दी जाएगी''। यह कथन पीएम मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के एक दिन बाद महाराष्ट्र में एक रैली में कहा था। पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए देशवासियों को यह संकेत दिया था कि इस बार कुछ बड़ा होगा। पीएम ने कहा कि जो गुस्सा देशवासियों के दिल में है, वही मेरा हाल है। मोदी ने कहा कि आतंकियों के गुनाह का पूरा बदला लिया जाएगा और इसके लिए सेना को स्थान और समय तय करने की छूट दे दी गई है।
12 दिनों में पुलवामा हमले के शहीदों का बदला
पुलवामा हमले के 3 घंटे के बाद ही बदला लेने की पूरी स्किप्ट तैयार हो गई थी। अब 12 दिन बाद 26 फरवरी 2019 को तड़के जब अंधेरा छंटा भी नहीं था, वायुसेना के ग्वालियर एयरबेस से मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने इजराइली बमों के साथ उड़ान भरी। करीब 3 बजे 12 मिराज विमानों ने पाक के रडार सिस्टम को चकमा देते एंट्री की और जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और 200 आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन का नाम 'ऑपरेशन बंदर' रखा गया था। आतंकियों के ठिकानों का सफाया करते ही पाक के एफ 16 विमान एक्टिव हो गए, लेकिन तब तक भारतीय सेना के विमान अपना काम कर वापिस लौट आए थे।
पूरी प्लानिंग से किया गया हमला
बता दें कि एक साक्षात्कार में एयर मार्शल हरि कुमार ने बताया कि पुलवामा हमले के 3 घंटे बाद ही बदला लेने की योजना बन गई थी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के बालाकोट में 200 आतंकियों के फोन एक्टिव पाए गए थे, जिसके बाद पूरी प्लानिंग से उनको निशाना बनाकर एयर स्ट्राइक की गई। इस स्ट्राइक में कई बड़े आतंकियों के मारे जाने की जानकारी मिली थी, जो फिदायीन हमलों के लिए आतंकी तैयार कर रहे थे।
पाक ने पहले माना, फिर की आनाकानी
पाकिस्तान में हुई एयर स्ट्राइक उनके मुंह पर तमाचे जैसा था। पाक के सारे रडार सिस्टम को चकमा देकर हमला करना कोई छोटी बात नहीं थी, लेकिन भारतीय सेना ने अपना बदला पूरा करने के लिए सारी चुनौतियों से पार पाया। एयर स्ट्राइक के बाद पाक सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने खुद ट्वीट कर माना की भारत ने नियंत्रण सीमा को पार किया और वापिस चले गए। हालांकि, इसके बाद पाक नेताओं ने कहा कि भारतीय सेना ने खाली जगहों पर हमला किया, लेकिन पाक को तमाचा लग चुका था।