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    पाकिस्तान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे बलूचों पर गोलीबारी, तीन की मौत

    Updated: Sun, 23 Mar 2025 11:00 AM (IST)

    बलूच मानवाधिकार नेता महरंग बलूच ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर क्वेटा में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया। बलूच यकजेहती समिति के अनुसार इस हमले में तीन लोगों की मौत हुई और कई घायल हो गए। पुलिस ने महरंग बलूच समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। संयुक्त राष्ट्र ने इस कार्रवाई की निंदा की। बलूचिस्तान में संकट को लेकर यूएनएचआरसी में भी आवाज उठाई गई।

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    क्वेटा में उथल-पुथल: बलूच प्रदर्शनकारियों पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बीच बढ़ता तनाव।

    एएनआई, बलूचिस्तान। बलूच मानवाधिकार नेता महरंग बलूच ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने क्वेटा में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की। बलूच यकजेहती समिति के अनुसार गोलीबारी में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।

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    क्वेटा पुलिस ने महरंग बलूच को शनिवार सुबह धरनास्थल से गिरफ्तार कर लिया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार रक्षकों की विशेष दूत मैरी लालर ने महरंग बलूच की गिरफ्तारी और क्वेटा में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।

    क्वेटा पुलिस ने लोगों को किया गिरफ्तार

    बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने कहा कि क्वेटा पुलिस ने डॉ. महरंग बलूच को अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है और मरने वाले युवकों के शवों को कब्जे में ले लिया है। महिलाओं और बच्चों पर भी कार्रवाई की गई है। समिति ने कहा कि बीवाईसी नेता बेबिगर बलूच, डा. हमल, डा. इलियास और सईद बलूच और अन्य महिलाओं की अपहरण जैसी गिरफ्तारी के खिलाफ क्वेटा सरियाब में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।

    आंसू गैस, पानी की बौछारें और गोलियां चलाई गईं

    बलूच यकजेहती समिति ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस, पानी की बौछारें और गोलियां चलाई गईं। उन्होंने इसे राज्य आतंकवाद करार दिया। महरंग बलूच ने शुक्रवार रात को संदेश साझा कर बलूच लोगों पर हो रहे अत्याचारों की ओर ध्यान आकर्षित किया था।

    अपने वीडियो संदेश में उन्होंने पूरे बलूचिस्तान में बंद का आह्वान किया था। बलूचिस्तान में संकट का मुद्दा जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 58वें सत्र में भी उठाया गया। बलूच राष्ट्रीय आंदोलन (बीएनएम) के विदेश विभाग के समन्वयक और केंद्रीय समिति के सदस्य नियाज बलूच ने क्षेत्र में मानवाधिकारों की बदतर होती स्थिति पर प्रकाश डाला।

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