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'भारत-बांग्लादेश सीमा पर 1500 से अधिक बांग्लादेशी हुए थे जमा', BSF ने बताया कैसे घुसपैठ को किया गया नाकाम

पड़ोसी देश में जारी हिंसा को लेकर भारत-बांग्लादेश की सीमा पर हाई अलर्ट है। वहीं बीएसएफ सीमा पर किसी भी घुसपैठ को रोकने के लिए लगातार निगारनी कर रही है। बीएसएफ ने कहा कि बीजीबी के साथ पिछले तीन दिनों के दौरान करीब 83 मीटिंग की हैं। कहा बीएसएफ महानिदेशक के निर्देशों पर समिति के सदस्यों ने अपने समकक्षों के साथ संवाद किया।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Tue, 13 Aug 2024 07:15 PM (IST)
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भारत और बांग्लादेश के बीच पेट्रापोल-बेनापोल सीमा पर गश्त करता हुआ BSF का जवान।

एएनआई, नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तापलट और अशांति के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पड़ोसी देश की स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर वर्तमान स्थिति की निगरानी के लिए हाल ही में एक समिति का गठन किया था। अब इस समिति को लेकर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अपडेट दिया है।

पिछले तीन दिन में हुई 85 बैठकः BSF

BSF ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए समिति के सदस्यों ने बैठक की। वहीं,  बीएसएफ महानिदेशक के निर्देशों पर समिति के सदस्यों ने अपने समकक्षों के साथ संवाद किया। बीएसएफ ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने पिछले तीन दिनों में के दौरान करीब 83 मीटिंग की हैं।

सीमा पर जमा हुए थे 1500 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक

वहीं, बांग्लादेश में जारी हिंसा के बाद से ही भारत से लगे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर  बांग्लादेशी नागरिकों का जमावड़ा लग रहा है। बीएसएफ ने बताया कि नौ अगस्त को करीब 1,500 बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश में कूचबिहार-लालमोनिरहाट जिले की सीमा पर जीरो लाइन के पास जमा हो गए थे, जिसके बाद  बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने उन्हें वापस लौटने के लिए मनाया। बीएसएफ ने इस भूमिका के लिए बीजीबी की सराहना की है। 

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