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BBC के दफ्तरों में आयकर विभाग का सर्वे खत्म, 60 घंटे से ज्यादा समय के बाद बाहर निकले अधिकारी

IT Raid on BBC आयकर विभाग की टीमें बीबीसी के दिल्ली मुंबई के दफ्तरों से निकल गई हैं। बीबीसी के दफ्तरों में हुए सर्वे में कई जरूरी दस्तावेज मिलने की जानकारी है। बीबीसी कर्मचारियों से आगे भी जांच में सहयोग करने को कहा गया है।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Fri, 17 Feb 2023 03:28 AM (IST)
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IT Raid on BBC बीबीसी के दिल्ली, मुंबई के दफ्तरों से आईटी विभाग की टीमें निकलीं।

नई दिल्ली, एजेंसी। बीबीसी के दफ्तरों में पिछले तीन दिनों से आयकर की टीम का सर्वे खत्म हो गया है। आयकर विभाग की टीमें बीबीसी के दिल्ली, मुंबई के दफ्तरों से निकल गई है। पिछले 60 घंटों से ज्यादा समय के बाद बीबीसी के दफ्तरों में आईटी विभाग के सर्वे में कई जरूरी दस्तावेज मिलने की जानकारी है।

इंटरनेशनल टैक्सेशन की जांच के लिए सर्वे

आइटी विभाग के अनुसार, यह सर्वे बीबीसी की सहायक कंपनियों के इंटरनेशनल टैक्सेशन की जांच के लिए किया जा रहा है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को कर्मचारियों से वित्तीय डाटा इकट्ठा किया। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालय में सर्वे मंगलवार सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ और करीब 60 घंटे के बाद खत्म हुआ। 

कल अधिकारिक बयान दे सकता है आईटी विभाग 

अधिकारियों ने बुधवार को कहा था कि सर्वे इंटरनेशनल टैक्सेशन और ट्रांसफर प्राइसिंग में गड़बड़ी से संबंधित मुद्दों की जांच के लिए किया जा रहा है। हालांकि, कार्रवाई पर आयकर विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कल विभाग अधिकारिक बयान दे सकता है। इधर, बीबीसी ने कहा है कि वह अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है। सर्वे के दौरान बीबीसी के साथ काम करने वाले कर्मचारियों से किसी भी डाटा को ''डिलीट'' न करने को कहा गया था।

कर्मचारियों से आगे भी जांच में सहयोग देने को कहा

बता दें कि आईटी विभाग ने बीबीसी के कर्मचारियों से यह भी कहा है कि जब भी आयकर अधिकारी जांच के लिए बुलाएं तो वे पेश हों। सूत्रों ने कहा कि बुधवार को बीबीसी के कर्मचारियों को घर जाने दिया गया क्योंकि वे आराम करना चाहते थे। वे आज वापस आए और जांच में शामिल हुए।

किरण रिजिजू का विपक्ष पर निशाना

केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने बीबीसी के कार्यालयों में आयकर सर्वे की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग विदेशी समाचार आउटलेट पर भरोसा करते हैं, लेकिन भारतीय जांच एजेंसियों पर नहीं। वे बीबीसी के प्रति निष्ठा रखते हैं लेकिन भारतीय न्यायालयों पर विश्वास नहीं करेंगे। अगर एक भी प्रतिकूल फैसला सुनाया गया तो वे सुप्रीम कोर्ट को गाली भी देंगे।