अशरफ ने किए थे महालक्ष्मी के 30 टुकड़े! क्या है बेंगलुरु हत्याकांड की कहानी का सच? NCW ने पुलिस से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
बेंगलुरु हत्याकांड में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री पी.परमेश्वरा ने कहा कि इस हत्याकांड में शामिल व्यक्ति की पहचान हो गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। महिला के पूर्व पति ने उसके एक परिचित व्यक्ति पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा महालक्ष्मी का अशरफ से अफेयर था और वह उसके साथ फ्लैट पर ही रहता था।
पीटीआई, नई दिल्ली। बेंगलुरु के एक फ्लैट में महालक्ष्मी के शव के टुकड़े मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है। फ्लैट में शव के 30 टुकड़े मिले, अब इस मामले में नए-नए खुलासे हुए हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने जघन्य हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द पकड़ने की कसम खाई। पत्रकारों को संबोधित करते हुए परमेश्वर ने कहा, ' कुछ जानकारी इकट्ठा की गई है, जिसे मैं अभी जाहिर नहीं कर सकता, लेकिन हम जल्द ही इसमें शामिल लोगों को पकड़ लेंगे।'
उन्होंने इस मामले पर आगे कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति शामिल है, लेकिन जब तक हमारे पास अधिक जानकारी नहीं होगी, हम सच में इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। वे कहते आरोपी हैं, पश्चिम बंगाल से है। जितनी जल्दी संभव हो हम सुरक्षित कर लेंगे।
'कोई अपराध कबूल करता है तो हिरासत में लिया जाएगा'
मामले के संबंध में एक व्यक्ति को पहले ही हिरासत में लिए जाने की खबरों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, गृह मंत्री ने कहा, 'पुलिस संदिग्धों को लाती है और उनसे पूछताछ करती है। अगर कोई (अपराध) कबूल करता है, तो उन्हें हिरासत में ले लिया जाएगा।'कौन है अशरफ?
वहीं मृतक महिला के पूर्व पति ने उसके एक परिचित व्यक्ति पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा, महालक्ष्मी का अशरफ से अफेयर था और वह उसके साथ फ्लैट पर ही रहता था और एक नाई की दुकान पर काम करता है। इस बीच, बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने कहा कि संदिग्ध की पहचान कर ली गई है और वह बाहरी व्यक्ति है।उन्होंने कहा, हम सभी एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले मुख्य संदिग्ध की पहचान कर ली गई है। बस बात यह है कि हम अभी तक उसे पकड़ नहीं पाए हैं। जब भी उस व्यक्ति को पकड़ा जाएगा और पूछताछ की जाएगी, तब हम आगे की जानकारी दे पाएंगे।
बीजेपी नेता ने किया दावा
वहीं बीजेपी नेता ने भी इस मामले में कांग्रेस पर तंज कसा है, उन्होंने कहा, अशरफ की तरफ से महालक्ष्मी की नृशंस हत्या एक स्पष्ट याद दिलाती है कि हिटलर के नेतृत्व वाली सिद्धारमैया सरकार में कन्नडिगा अब सुरक्षित नहीं हैं।