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Bharat Shakti Exercise: पोखरण में तीनों सेनाएं संयुक्त रूप से करेंगी 'भारत शक्ति' अभ्यास, पीएम मोदी हो सकते हैं शामिल

सेना के तीनों अंगों का संयुक्त अभ्यास भारत शक्ति 12 मार्च को राजस्थान के पोखरण में आयोजित किया जाएगा। इसमें स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन होगा। सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि इस अभ्यास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है। मेजर जनरल सी एस मान ने बताया कि अभ्यास में स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन होगा।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Updated: Sat, 09 Mar 2024 08:09 PM (IST)
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पोखरण में तीनों सेनाएं संयुक्त रूप से करेंगी 'भारत शक्ति' अभ्यास। (फोटो, एएनआई)

 पीटीआई, नई दिल्ली। सेना के तीनों अंगों का संयुक्त अभ्यास 'भारत शक्ति' 12 मार्च को राजस्थान के पोखरण में आयोजित किया जाएगा। इसमें स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन होगा। सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि इस अभ्यास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है।

सेना डिजाइन ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल सी एस मान ने बताया कि भारत शक्ति अभ्यास में सेना की तीनों इकाइयां स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों की क्षमता का भी प्रदर्शन करेंगी।

लगभग 50 मिनट के लिए होगा युद्धाभ्यास

उन्होंने कहा कि पोखरण में तीनों सेनाओं की संयुक्त क्षमता और युद्धाभ्यास 12 मार्च को लगभग 50 मिनट के लिए आयोजित किया जाएगा। मेजर जनरल मान ने कहा कि यह अभ्यास स्वदेशी रक्षा उपकरणों के माध्यम से युद्धक अभियानों में सेवाओं के संयुक्त अभियान का प्रदर्शन करेगा।

युद्धाभ्यास में एलसीए तेजस से लेकर टी90 टैंक शामिल

उन्होंने कहा कि भारत शक्ति अभ्यास के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले युद्धक उपकरणों में एलसीए तेजस, एएलएच एमके-4, मोबाइल एंटी ड्रोन सिस्टम, टी90 टैंक, धनुष, के9 वज्र, पिनाका शामिल होंगे।

अभ्यास के बाद उपकरणों की प्रदर्शनी

मेजर जनरल मान ने कहा कि युद्धक उपकरणों की मारक क्षमता के अभ्यास के बाद अन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उपकरणों के लिए यह संयुक्त अभियान निर्णायक होंगे।

वैश्विक स्तर पर स्वदेशी क्षमता को दिखाने का प्रयास

मेजर जनरल मान ने कहा कि रक्षा उपकरणों की क्षमता और युद्धाभ्यास प्रदर्शन के माध्यम से स्वदेशी क्षमता और वैश्विक स्तर पर किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए तीनों सेनाओं की क्षमताओं का प्रदर्शन करने का प्रयास किया जा रहा है।

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