चीतों की वापसी से भारत ने गलती को सुधारा, अत्यधिक शिकार से विलुप्त हुए थे चीते : पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव
Cheetah in India केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत उन देशों में से है जो परिस्थितियों संबंधी गलती को सुधारने में यकीन रखता है। एक गलती को सुधारा जाना चाहिए। अत्यधिक शिकार होने के कारण चीता देश से विलुप्त हो गए।
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत चीता को वापस लाकर परिस्थिति संबंधी हुई गलतियों को सुधार रहा है। यह वन्यजीव देश आजाद होने तक अत्यधिक शिकार किए जाने से एकदम विलुप्त हो गए थे। केंद्रीय मंत्री ने 28वें ओजोन दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में धरती को ठंडा रखने के मकसद से सोच समझकर ऊर्जा का उपयोग करने की सलाह दी है।
गलती को सुधारा जाना चाहिए: पर्यावरण मंत्री
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत उन देशों में से है जो परिस्थितियों संबंधी गलती को सुधारने में यकीन रखता है। एक गलती को सुधारा जाना चाहिए। अत्यधिक शिकार होने के कारण चीता देश से विलुप्त हो गए। इसलिए हमने बड़े पैमाने पर चीता को वापस लाने का फैसला किया है। अब इस गलती को दुरुस्त कर लिया गया है। यादव के अनुसार विश्व की 17 फीसद आबादी वाले विकसित देश विश्व में साठ फीसद का कार्बन उत्सर्जन करते हैं। विएना सम्मेलन के अनुसार ओजोन परत की सुरक्षा बेहद आवश्यक है।
कूलिंग एक्शन प्लान
मोनटेरल सम्मेलन के तहत उन तत्व को नियंत्रित करना सुनिश्चित करना है, जिससे ओजोन लेयर को नुकसान पहुंचता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह किसी सफलता की कथा से कम नहीं है। भारत ने मार्च, 2019 में कूलिंग एक्शन प्लान शुरू किया था। यह विश्व में अपनी तरह का अनूठा प्रयास है।
चीतों की वापसी
लगभग साढ़े सात दशक की लंबी प्रतीक्षा के बाद देश में 17 सितंबर को फिर से चीता युग का आरंभ होने जा रहा है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नामीबिया से आए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो पालपुर अभायरण्य में बने क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ेंगे। यह संयोग ही है कि 17 सितंबर को ही पीएम की जन्मतिथि भी है। नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष विमान रवाना हो गया है। यह विमान सुबह करीब छह बजे भारत की धरती पर पहुंचेगा।