हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में हुई बड़ी बढ़ोतरी, दिसंबर 2022 तक करीब 129 लाख लोगों ने भरी उड़ान
देश में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इन्वेस्टमेंट इन्फॉर्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (ICRA) ने गुरुवार को कहा कि दिसंबर 2022 में सालाना आधार पर घरेलू हवाई यात्री यातायात (Domestic Passenger Traffic) 15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 129 लाख हो गया।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 05 Jan 2023 05:22 PM (IST)
मुंबई, पीटीआइ। देश में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इन्वेस्टमेंट इन्फॉर्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (ICRA) ने गुरुवार को कहा कि दिसंबर 2022 में सालाना आधार पर घरेलू हवाई यात्री यातायात (Domestic Passenger Traffic) 15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 129 लाख हो गया। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, यह दिसंबर 2019 महामारी आने से पहले के मुकाबले एक प्रतिशत कम रहा। हालांकि, इक्रा का घरेलू विमानन उद्योग पर नकारात्मक दृष्टिकोण भी है।
घरेलू यात्री यातायात में 63 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि साल-दर-साल लगभग 63 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर के दौरान घरेलू यात्री यातायात बढ़कर लगभग 986 लाख होने का अनुमान है, जो अप्रैल-दिसंबर 2019 की तुलना में करीब 9 प्रतिशत कम है। इक्रा ने बताया कि घरेलू विमानन उद्योग दिसंबर 2022 में करीब 91 प्रतिशत के यात्री भार के साथ संचालित हुआ। हालांकि दिसंबर 2021 में यह करीब 80 प्रतिशत और दिसंबर 2019 में यह लगभग 88 प्रतिशत पर था।
घरेलू यात्री यातायात में तेजी से हो सकता है सुधार
इक्रा ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023 के दौरान घरेलू यात्री यातायात में काफी तेजी से सुधार हो सकता है, जो संचालन के समान्य स्थिति को बनाए रखने में सहायक होगा। हालांकि देश में विमानन कंपनियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में तेजी से हो रहे बढ़ोतरी के कारण और अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपये में गिरावट होने से घरेलू एयरलाइंस के लिए कमाई की रिकवरी में कमी आने की संभावना है।जेट ईंधन की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी
इक्रा के उपाध्यक्ष सुप्रियो बनर्जी (Suprio Banerjee) ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के दौरान घरेलू यात्री यातायात में तेजी से सुधार होने की उम्मीद है। इसमें विमानों के संचालन में सामान्य स्थिति और महामारी के घटते प्रभाव के कारण सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि जेट ईंधन की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी और सामान्य मुद्रास्फीति का माहौल उद्योग की कमाई को कम कर रहा है।