तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले का वीडियो फर्जी, BJP नेता के खिलाफ मामला दर्ज; जानें अब तक क्या-क्या हुआ
तमिनलाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले का कथित वीडियो फर्जी पाया गया है। इस मामले में भाजपा प्रवक्ता समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीएम स्टालिन ने अफवाह फैलाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। आइए जानते हैं मामले में अब तक क्या-क्या हुआ...
By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 05 Mar 2023 12:29 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Migrant Workers Attack in TN: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को चेतावनी दी कि जो कोई भी राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को खराब करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी की जाएगी। उनका यह बयान उन अफवाहों के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया जा रहा है और कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
'बिहार के मजदूर हमारे अपने हैं'
स्टालिन ने कहा, बिहार के कई मजदूर तमिलनाडु में काम कर रहे हैं। इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि मजदूरों को कोई नुकसान नहीं होगा। वे राज्य के विकास में मदद करते हैं। वे भी हमारे अपने हैं।
'देश की अखंडता को पहुंचा रहे नुकसान'
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को कहा कि जो लोग अफवाह फैला रहे हैं कि तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया जा रहा है, वे देश के खिलाफ हैं और देश की अखंडता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस तरह की गंदी राजनीति कर रहे हैं।'हम कर्मचारियों को पर्याप्त सहयोग दे रहे हैं'
तमिलनाडु के सार्वजनिक क्षेत्र के सचिव डी जगन्नाथन ने शनिवार को दक्षिणी राज्य में उत्तर भारतीय प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले की खबरों को बिहार के साथ संबंधों को बाधित करने के लिए 'झूठा प्रचार' करार दिया। जगन्नाथन ने मामले को लेकर राज्य के अधिकारियों के साथ एक परामर्श बैठक भी की। जगन्नाथन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "तमिलनाडु में उत्तरी राज्य के कर्मचारी अच्छी स्थिति में काम कर रहे हैं। हम तमिलनाडु की ओर से उन्हें पर्याप्त सहयोग प्रदान कर रहे हैं।"
बिहार की 4 सदस्यीय टीम पहुंची चेन्नई
बिहार की 4 सदस्यीय टीम शनिवार को चेन्नई पहुंची और मामले के संबंध में चेन्नई जिला कलेक्टर, तमिलनाडु श्रम विभाग के आयुक्त और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ एक बैठक में भाग लिया। चार सदस्यीय टीम में बालमुरुगन, सचिव ग्रामीण विकास विभाग बिहार, कन्नन, पुलिस महानिरीक्षक (CID), आलोक कुमार, बिहार श्रम आयुक्त, संतोष कुमार, पुलिस अधीक्षक (STF) शामिल हैं। बिहार राज्य ग्रामीण विकास विभाग के सचिव आईएएस बालमुरुगन ने भी सहयोग के लिए तमिलनाडु सरकार का आभार व्यक्त किया।क्या है पूरा मामला
दरअसल, तमिलनाडु के तिरुपुर और कोयंबटूर जिलों से दो वीडियो वायरल हुआ था। दावा किया गया था कि बिहार के मजदूरों पर हमला किया गया है। इस मामले में तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सिलेंद्र बाबू ने कहा, ''किसी ने यह कहते हुए झूठे और शरारती वीडियो पोस्ट किए कि तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया गया था। दो वीडियो पोस्ट किए गए थे। दोनों झूठे हैं, क्योंकि ये घटनाएं तिरुप्पुर और कोयम्बटूर में पहले हुई थीं।'' डीजीपी ने कहा, पहला वीडियो बिहार के प्रवासी श्रमिकों के दो समूहों के बीच झड़प थी, जबकि दूसरा वीडियो कोयम्बटूर में दो स्थानीय निवासियों के बीच झड़प का था।"