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नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरियों में खराबी, प्रारंभिक जांच सामने आई वजह

बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन के पास कामाख्या नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन (North East Express Train) अचानक पटरी से उतर गई। इस भयानक ट्रेन हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 75 लोग घायल हो गए। रेलवे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पटरियों में खराबी के चलते यह हादसा होने की बात सामने आ रही है। रिपोर्ट में ड्राइवर सहित छह रेलवे अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 12 Oct 2023 04:25 PM (IST)
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रिपोर्ट में ड्राइवर सहित छह रेलवे अधिकारियों के हस्ताक्षर मौजूद
पीटीआई, नई दिल्ली। बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन के पास कामाख्या नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन (North East Express Train) अचानक पटरी से उतर गई। इस भयानक ट्रेन हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 75 लोग घायल हो गए। रेलवे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पटरियों में खराबी के चलते यह हादसा होने की बात सामने आ रही है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने रेलवे सूत्रों के हवाले से बताया है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरियों में खराबी है। इस हादसे में ट्रेन की 21 बोगियां बेपटरी हो गई और दो मेन, दो लूप लाइन मिलकर सभी चार ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए।

रिपोर्ट में ड्राइवर सहित छह रेलवे अधिकारियों के हस्ताक्षर

सामने आई रिपोर्ट में ट्रेन के ड्राइवर सहित छह रेलवे अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं। इसमें कहा कहा गया है, "ऐसा लगता है कि पटरी से उतरने की वजह पटरियों में खराबी के कारण हुई।" वहीं, इस ट्रेन दुर्घटना में रेलवे को 52 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है।

ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरी थी

यह हादसा बुधवार की रात को हुआ। इसमें लोको पायलट आंशिक रूप से घायल हो गया और उसके सहायक को गंभीर चोटें आई हैं। रेलवे द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में लोको पायलट का एक बयान भी शामिल है किया गया है। बयान के मुताबिक, ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी थी, लेकिन स्टेशन को पार करने के तुरंत बाद उसे पीछे से कंपन के साथ में एक तेज झटका लगा।

रिपोर्ट में गेटमैन और पॉइंटमैन के भी बयान

रेलवे की प्रारंभिक रिपोर्ट में लोको पायलट के हवाले से कहा गया है कि अत्यधिक कंपन और तेज झटके की वजह से ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया और ट्रेन रात 9:52 बजे बेपटरी हो गई। रिपोर्ट में रघुनाथपुर स्टेशन के गेटमैन और पॉइंटमैन के हवाले से भी कहा गया है कि उन्होंने ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकलती देखी। रिपोर्ट में लोको पायलट और उसके सहायक का ब्रेथ एनालाइज़र परीक्षण नेगेटिव बताया गया है।

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