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''नॉर्थ ईस्ट में अविश्वास का माहौल हो रहा दूर'', असम में PM मोदी बोले- बिहू को समझने के लिए भावनाओं की जरूरत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को गुवाहाटी में बिहू समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि बिहू को केवल शाब्दिक अर्थों में नहीं समझा जा सकता है बल्कि इसे समझने के लिए भावनाओं और अहसासों की जरूरत होती है। इस दौरान (फोटो BJP4India)

By Anurag GuptaEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 14 Apr 2023 07:23 PM (IST)
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बिहू को समझने के लिए भावनाओं की होती है जरूरत: PM मोदी
गुवाहाटी, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने वाले पुल की आधारशिला रखी। इस दौरान गुवाहाटी के सुरसजई स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी बिहू समारोह में सम्मिलित हुए, जहां पर लेजर शो का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा समेत कई नेतागण मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का यह दृश्य, टीवी पर देखने वाला हो या यहां कार्यक्रम में मौजूद हो, जीवन में कभी भूल नहीं सकता है। यह अद्भुत है, अभूतपूर्व है... ये असम है। उन्होंने कहा कि असम के हजारों कलाकारों की मेहनत, यह तालमेल आज देश और दुनिया बड़े गर्व के साथ देख रही है।

PM मोदी ने दी बिहू की शुभकामनाएं 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जब यहां आया था, उस वक्त मैंने कहा था कि वो दिन दूर नहीं जब 'A' से लोग असम बोलेंगे। आज वाकई असम 'एवन' प्रदेश बन रहा है। इसी बीच उन्होंने असमवासियों को बिहू की शुभकामनाएं दीं।

असम को मिली मेडिकल कॉलेज की सौगात

उन्होंने कहा कि आज असम और पूर्वोत्तर को 'एम्स गुवाहाटी' और तीन नए मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। आज पूर्वोत्तर की रेल कनेक्टिविटी से जुड़ी कई परियोजनाओं की भी शुरुआत हुई है। साथ ही ब्रह्मपुत्र पर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक और ब्रिज पर काम शुरू हुआ है। मिथेनॉल प्लांट शुरू होने से असम अब पड़ोसी देशों को यह निर्यात कर पाएगा।

''हमारा त्योहार मिलकर आगे बढ़ने की प्रेरणा''

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपनी संस्कृति को असमवासियों ने बहुत संभाल कर रखा है। इसके लिए जितनी बधाई आपको मिले, वो कम है। जितने भी साथियों ने सांस्कृति उत्सव में हिस्सा लिया है, उनकी प्रशंसा में शब्द कम पड़ जाएंगे। हमारे त्योहार सिर्फ संस्कृति का उत्सव मात्र नहीं है, बल्कि सभी को जोड़ने और मिलकर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी है।

उन्होंने कहा कि बिहू को केवल शाब्दिक अर्थों में नहीं समझा जा सकता है, बल्कि इसे समझने के लिए भावनाओं और अहसासों की जरूरत होती है। आज भारत आजाद है और विकसित भारत बनाना हमारा सबसे बड़ा सपना है। हमें देश के लिए जीने का सौभाग्य मिला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की विशेषता यही है कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं हजारों-हजार वर्षों से हर भारतवासी को जोड़ती आई हैं। हमने मिलकर गुलामी के लंबे कालखंड के हर हमले का सामना किया। हमने मिलकर अपनी संस्कृति और सभ्यता पर कड़े से कड़े प्रहार झेले।

इसी बीच उन्होंने कहा कि सत्ताएं बदली, शासक आए-गए, लेकिन भारत अटल रहा। हम भारतीयों का मन अपनी मिट्टी से बना है, अपनी संस्कृति से बना है। यही आज विकसित भारत के निर्माण की आधारशिला है।

''हमें देश के लिए जीने का मिला सौभाग्य''

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत आजाद है और आज विकसित भारत का निर्माण हम सभी का सबसे बड़ा सपना है। हमें देश के लिए जीने का सौभाग्य मिला है। मेरे भारत के युवाओं, आपमें विश्व विजय करने का सामर्थ्य है। आप आगे बढ़िए... तेज गति से विकास की बागडोर संभालिए...विकसित भारत के द्वार खोलिए।

उन्होंने कहा कि आज पूवोत्तर में अविश्वास का माहौल दूर हो रहा है, दिलों की दूरी मिट रही है। हमारी सरकार के प्रयासों से आज नॉर्थ ईस्ट में हर तरफ स्थाई शांति आ रही है। अनेकों युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़कर, विकास के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है।