PM Modi Qatar Visit: पीएम मोदी और कतर के अमीर के बीच द्विपक्षीय वार्ता; व्यापार, निवेश, ऊर्जा क्षेत्र में बनी सहमति
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कतर यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। विदेश सचिव ने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और कतर के संबंधों को काफी ऊंचे स्तर पर ले जाने का आधार तैयार किया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए कतर सरकार की सराहना की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कतर में वहां के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात की और उन्हें व्यक्तिगत तौर पर वहां की जेल में बंद आठ भारतीयों को रिहा करने के लिए धन्यवाद कहा। ये आठों भारतीय पूर्व नौसैनिक अधिकारी हैं जो कतर की एक शि¨पग कंपनी में काम कर रहे थे।
यूएई के बाद कतर पहुंचे पीएम मोदी
पीएम मोदी यूएई की यात्रा के बाद कतर पहुंचे जहां उनकी पहले वहां के प्रधानमंत्री के साथ और बाद में अमीर के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं हुईं। दोनों देशों के बीच ऊर्जा व कारोबार क्षेत्र में संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कई विषयों पर बात हुई है। इन वार्ताओं के बारे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि दोनों देशों के नेता आपसी रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए सहमत हैं।
पीएम मोदी की दूसरी कतर यात्रा
पीएम मोदी की यह बतौर प्रधानमंत्री दूसरी कतर यात्रा है। इसके पहले वर्ष 2016 में वह वहां गए थे। कतर की राजधानी दोहा में हुई बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा है कि वार्ता बहुत ही शानदार रही है। भारत व कतर के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं। दोनों देश भविष्य के उभरते क्षेत्र में अपने रिश्तों का विस्तार करने को तैयार हैं।लाल सागर की स्थिति पर हुई बातचीत
मोदी और कतर के अमीर के बीच क्षेत्रीय मुद्दों व लाल सागर की स्थिति पर भी विचार हुआ है। पीएम मोदी ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि मेरी इस यात्रा से भारत-कतर के रिश्तों मे नई ऊर्जा का संचार हुआ है। भारत कारोबार, निवेश, तकनीक व संस्कृति में सहयोग बढ़ाना चाहता है। भारतीय प्रधानमंत्री ने कतर के अमीर के पिता शेख हमद से भी मुलाकात की।
गैस समझौता में प्रगति
विदेश सचिव क्वात्रा ने बताया कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग काफी प्रगाढ़ है लेकिन यह मुख्य तौर पर खरीद-बिक्री तक ही सीमित है। भारत कतर से बड़े पैमाने पर गैस की खरीद करता है। अब दोनों देश ऊर्जा के दूसरे क्षेत्र व रणनीतिक निवेश को लेकर सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।बताते चलें कि पिछले हफ्ते ही भारत और कतर के बीच 20 वर्षों के लिए गैस खरीद समझौता हुआ है। भारत अभी भी कतर से गैस खरीदता है। मौजूदा समझौता वर्ष 2028 तक है जिसे अब बढ़ाकर वर्ष 2048 किया गया है।