Bill Gates-PM Modi Meeting: बिल गेट्स ने पीएम मोदी से की मुलाकात, भारत की प्रगति को सराहा
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और स्वास्थ्य जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह देश दिखा रहा है कि जब नवाचार में निवेश किया जाता है तो क्या-क्या संभव है। Photo- PM Twitter
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 04 Mar 2023 07:24 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह देश दिखा रहा है कि जब नवाचार में निवेश किया जाता है, तो क्या-क्या संभव है।
Delighted to meet @BillGates and have extensive discussions on key issues. His humility and passion to create a better as well as more sustainable planet are clearly visible. https://t.co/SYfOZpKwx8 pic.twitter.com/PsoDpx3vRG
— Narendra Modi (@narendramodi) March 4, 2023
बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने कई सुरक्षित, प्रभावी और किफायती वैक्सीन विकसित करने की अद्भुत क्षमता के लिए भारत की प्रशंसा की। इनमें से कई टीके विकसित करने में गेट्स फाउंडेशन ने मदद की है। उन्होंने कहा कि इन टीकों ने कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों का जीवन बचाया और दुनियाभर में अन्य बीमारियों को फैलने से रोका।
गेट्स ने कहा कि उन्होंने अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। मोदी ने शनिवार को ट्वीट किया, बिल गेट्स से मिलकर और उनके साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करके खुशी हुई। उनकी विनम्रता और एक बेहतर तथा अधिक टिकाऊ ग्रह बनाने का उनका जुनून स्पष्ट रूप से नजर आता है।
गेट्स ने एक लेख में कहा, ऐसे समय में जब दुनिया के सामने इतनी सारी चुनौतियां हैं, भारत जैसी गतिशील और रचनात्मक जगह की यात्रा से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले तीन वर्षों में उन्होंने ज्यादा यात्रा नहीं की, लेकिन वे कोरोना का टीका विकसित करने और भारत की स्वास्थ्य प्रणालियों में निवेश के मामलों को लेकर मोदी के संपर्क में रहे।
गेट्स ने कहा कि नए जीवनरक्षक टीकों के उत्पादन के अलावा भारत उसे लगाने में भी उत्कृष्ट रहा। भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ने कोरोना टीकों की 2.2 अरब से अधिक डोज लगाई है।