बीजेपी 'सबका साथ, सबका विकास' में करती है विश्वास..., त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने दिया बयान
सोनमपुरा उप-मंडल में स्थित धनपुर और त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले के बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 5 सितंबर को होने हैं और मतगणना 8 सितंबर को होगी। इसको लेकर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि राज्य के सभी लोगों के लिए हमारी सरकार की प्राथमिकता पिछली सरकार से बिल्कुल विपरीत है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार सबका साथ सबका विकास में विश्वास करती है।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Sun, 03 Sep 2023 11:06 AM (IST)
सिपाहीजला (त्रिपुरा), एजेंसी। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा (Tripura Chief Minister Manik Saha) ने रविवार को सिपाहीजला जिले के सोनमपुरा पंचायत के एक सार्वजनिक रैली में शिरकत किया। इस क्षेत्र में 5 सितंबर को उपचुनाव होना है। सीएम साहा ने वहां के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार 'सबका साथ सबका विकास' में विश्वास करती है। सीएम साहा ने बीजेपी पार्टी के समर्थन में तारीफों के पुल बांधें।
सीएम साहा ने रैली के दौरान कहा, "साल 2023 के चुनाव के दौरान कई लोगों ने सरकार में बदलाव की उम्मीद की थी, लेकिन एक बार फिर भाजपा-आईपीएफटी सरकार (BJP-IPFT government) को सत्ता में बने रहने के लिए और सभी के सेवा में कार्यरत रहने के लिए लोगों का आशीर्वाद मिला। हमारी पार्टी राज्य के लोगों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। हमारी सरकार लगातार लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देती आई है। राज्य के सभी लोगों के लिए हमारी सरकार की प्राथमिकता पिछली सरकार से बिल्कुल विपरीत है। हमारी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' में विश्वास करती है।"
सोनमपुरा उप-मंडल में स्थित धनपुर और त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले के बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 5 सितंबर को होने वाला हैं और 8 सितंबर को मतगणना होगी।
बॉक्सानगर के विधायक समसुल हक की हो गई थी मृत्यु
भाजपा ने बॉक्सानगर विधानसभा सीट के लिए तफज्जल हुसैन और धनपुर क्षेत्र के लिए बिंदू देबनाथ को नामांकित किया। हुसैन बॉक्सानगर के स्थानीय नेता हैं जबकि देबनाथ धनपुर में पार्टी के मंडल अध्यक्ष हैं।
सीपीआई (एम) विधायक समसुल हक की मृत्यु के कारण बॉक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव आवश्यक हो गया था। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण उस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया।