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केरल ने के. वासुकी को बनाया विदेश मामलों का प्रभारी, भड़की भाजपा बोली- यह अलग राष्ट्र बनाने की कोशिश

केरल में विदेश मामलों का प्रभारी बनाने पर विवाद बढ़ गया है। भाजपा ने अब केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधा। उसका कहना है कि विजयन अलग देश बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मगर उनका यह कदम असंवैधानिक है। यह खुला संघीय सूची का उल्लंघन है। भाजपा ने विदेश प्रभारी के तौर पर आईएएस अधिकारी के. वासुकी की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की गई।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sat, 20 Jul 2024 10:34 PM (IST)
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केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन। ( फाइल फोटो)

आईएएनएस, तिरुअनंतपुरम। केरल सरकार द्वारा वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारी के. वासुकी को विदेश मामलों का प्रभारी बनाने पर भाजपा भड़क गई है। प्रदेश भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन केरल को एक ''अलग राष्ट्र'' बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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भाजपा ने कहा- यह खतरनाक मिसाल

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने एक्स पर लिखा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा केरल में एक आइएएस अधिकारी को 'विदेश सचिव' के रूप में नियुक्त करना एक स्पष्ट अतिक्रमण है। यह हमारे संविधान की संघीय सूची का उल्लंघन है। एलडीएफ सरकार के पास विदेशी मामलों में कोई अधिकार नहीं है। यह असंवैधानिक कदम एक खतरनाक मिसाल कायम करता है। क्या मुख्यमंत्री विजयन केरल को एक अलग राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं?

राष्ट्रीय हित के अनुरूप नहीं: भाजपा

बताते चलें, केरल सरकार ने शुक्रवार को के. वासुकी को बाहरी सहयोग से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए ''विदेश सचिव'' नियुक्त किया था। इस पर आपत्ति जताते हुए सुरेंद्रन ने कहा, अगर हालात ऐसे ही रहे तो जल्द ही हम विजयन को अलग वाणिज्य दूतावास और विदेश मंत्री की मांग करते सुनेंगे। उन्होंने कहा कि देश के व्यापक हित में मुख्यमंत्री को वासुकी की नियुक्ति तुरंत रद्द कर देनी चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्रीय हित के अनुरूप नहीं है।

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