तमिलनाडु में टीएमसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी भाजपा, जानें क्यों लिया गया ऐसा फैसला
बीजेपी की राज्य इकाई ने वासन की सराहना की और कहा कि उनकी सलाह का इस्तेमाल आने वाले दिनों में गठबंधन को निर्देशित करने के लिए किया जाएगा। टीएमसी की स्थापना अनुभवी नेता दिवंगत जीके मूपनार ने 1996 में की थी जब उन्होंने चुनावों के लिए एआईएडीएमके के साथ गठबंधन करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस छोड़ दी थी।
पीटीआई, चेन्नई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के बिना तमिलनाडु में गठबंधन करने की अपनी कोशिश के तहत सोमवार को जी के वासन के नेतृत्व वाली 'तमिल मनीला कांग्रेस' (टीएमसी) के साथ हाथ मिलाया।
बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाले क्षेत्रीय दल 'तमिल मनीला कांग्रेस' ने राज्य में कई अन्य दलों के भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने की उम्मीद जताई है। बीजेपी की प्रदेश इकाई ने वासन की सराहना करते हुए कहा कि आगामी दिनों में गठबंधन के मार्गदर्शन के लिए उनकी सलाह ली जाएगी।
दिवंगत नेता जी के मूपनार ने चुनावों के लिए अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस छोड़ दी थी और 1996 में टीएमसी की स्थापना की थी। इसका 2002 में कांग्रेस में विलय हो गया लेकिन वासन ने 2014 में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और टीएमसी को नए सिरे से खड़ा किया।
वासन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह 27 फरवरी को तिरुपुर जिले के पल्लडम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में शामिल होंगे।
वासन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके दिवंगत पिता एवं अनुभवी नेता मूपनार द्वारा स्थापित किए जाने के समय से ही उनकी पार्टी का ‘‘राष्ट्रीय दृष्टिकोण’’ रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के फैसले के पीछे का कारण तमिलनाडु और तमिलों का कल्याण तथा मजबूत एवं समृद्ध भारत बनाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज, देश की आर्थिक वृद्धि और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। गरीबों का उत्थान ज्यादा जरूरी है, बुनियादी ढांचा बहुत जरूरी है। हम विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनने जा रहे हैं। यह सब ध्यान में रखते हुए टीएमसी एक ऐसी सरकार, एक ऐसा प्रधानमंत्री चाहती है जो वास्तव में यह सब हासिल कर सके।’’
उन्होंने पिछले दशक में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘तमिल मनीला कांग्रेस राजग के हिस्से के रूप में बीजेपी के नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ेगी।’’ई के पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक ने सितंबर 2023 में बीजेपी के साथ संबंध तोड़ने की घोषणा की थी।वासन ने कहा कि उनकी पार्टी का नारा ‘समृद्ध तमिलनाडु, मजबूत भारत’ केंद्र के विभिन्न कदमों के अनुरूप है। बीजेपी के जीतने की स्थिति में वासन की पार्टी के लिए मंत्री पद के बारे में सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी के साथ गठबंधन सम्मान, आपसी समझ और एक शक्तिशाली भारत एवं एक समृद्ध तमिलनाडु बनाने के लक्ष्य के लिए किया गया है।’’
कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के दूसरे कार्यकाल में जहाजरानी मंत्री रहे वासन ने साथ ही कहा कि बीजेपी को साथ गठबंधन भरोसे पर आधारित है।उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मतदाताओं ने बीजेपी को पहले के दो चुनावों (2014 और 2019 में) में अन्य राज्यों के अच्छे समर्थन से जीतते हुए देखा था और वे चाहते हैं कि पार्टी आर्थिक विकास, गरीबों की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए तीसरी बार भी जीते।
वासन ने कहा कि उन्हें ‘‘एहसास’’ हुआ है कि मोदी के नेतृत्व वाले एक और कार्यकाल से आर्थिक समृद्धि आएगी और गरीबी घटेगी।बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने बाद में वासन के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने टीएमसी के बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के कदम का स्वागत किया।उन्होंने टीएमसी को ‘‘बहुत अच्छी और पारंपरिक पार्टी’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘आगामी दिनों में वासन की सलाह की बहुत जरूरत है। चुनाव के लिए हम उनकी सलाह लेंगे और एक मजबूत गठबंधन बनाएंगे।’’
सत्तारूढ़ द्रमुक पर निशाना साधते हुए वासन ने कहा कि वह चुनाव पूर्व वादों को लागू करने में विफल रही है।