बीएल गौड़ की पुस्तक गीत लोक का हुआ लोकार्पण
बीएल गौड़ की पुस्तक गीत लोक का लोकार्पण भारत सरकार के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने किया। इस दौरान प्रख्यात लेखक सुधांशु शुक्ला और साहित्य जगत की सम्मानित हस्तियां भी मौजूद रहीं। वहीं लेखक सुधांशु शुक्ला ने गीत लोक पुस्तक की समीक्षा की।
By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Wed, 24 Feb 2021 09:54 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। शिक्षाविद और पत्रकार के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले बीएल गौड़ की पुस्तक गीत लोक का लोकार्पण भारत सरकार के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने किया। इस दौरान प्रख्यात लेखक सुधांशु शुक्ला और साहित्य जगत की सम्मानित हस्तियां भी मौजूद रहीं। वहीं लेखक सुधांशु शुक्ला ने गीत लोक पुस्तक की समीक्षा की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ने बीएल गौड़ की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये उद्योगपति होने के बावजूद, हम कह सकते है कि लक्ष्मी ने सरस्वती को दबाया नहीं, बल्कि साथ साथ बढ़ाया। और बहुत ही कम ऐसा उदाहरण देखने को मिलता है। बीएल गौड़ एक मिसाल के रूप में हैं, जो हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए कुछ नया करने का निरंतर प्रयास करते रहे हैं।
बीएल गौड़ की पुस्तक की सराहना करते हुए, रमेश पोखरियाल जी ने कहा कि साहित्य जगत का अंत नहीं हो सकता, लोग अपने अंतरात्मा से व्यक्त भावनाओं को साहित्य के रूप में प्रदर्शित करते हैं, ऐसे ही बीएल गौड़ भी हैं। आज के समय में हिंदी साहित्य को बढ़ाने के लिए ऐसे महान शख्सियत की जरूरत है।
आगे बता दें कि बीएल गौड़ की पठन-पाठन में हमेशा से रुचि रही है, जिसकी वजह से वे प्रख्यात साहित्यकार के रूप में उभरे। उन्होंने अब तक 340 से अधिक गीत रचना लिखी है। वह अपनी रचना में हमेशा से प्रकृति को बढ़ावा देने के लिए रचना के माध्यम से उजागर करते रहे हैं। यह पुस्तक में प्रकृति के साथ प्रेम, दर्शन और मंथन का समायोजन है
इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार बीएल गौड़ ने कहा कि साहित्य से हमारा बड़ा गहरा लगाव रहा है। हमारी रचनाएं समाज में जागरूक करने और प्रेरणा देने के लिए होती हैं। और जिस तरह से समय बदल रहा है, डिजिटलाइजेशन के दौर में भी साहित्य को लोग काफी पसंद करते रहे हैं। हमारी रचना गीत लोक भी लोगों को खूब पसंद आएगी।