'दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीएम ऐसा सोचते हैं', 22 नई गाड़ियां खरीदने वाली CM रेवंत रेड्डी की टिप्पणी पर BRS नेता कविता का हमला
बीआरएस एमएलसी कविता ने शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रेवंत रेड्डी की टिप्पणियों पर आपत्ति जताई। वारंगल में पत्रकारों से बात करते हुए कविता ने कहा मुख्यमंत्री और अन्य वीआईपी लोगों की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा देखी जाती है और राजनेताओं की उन मुद्दों में कोई भूमिका नहीं होती है। रेड्डी के इस टिप्पणी के बाद कविता ने उन पर पलटवार किया और निराशा जताई।
पीटीआई, हैदराबाद। बीआरएस एमएलसी कविता ने शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रेवंत रेड्डी की टिप्पणियों पर आपत्ति जताई।
दरअसल, सीएम रेड्डी ने एक बयान में कहा था कि पिछली बीआरएस सरकार ने 'बिना किसी की जानकारी के' 22 टोयोटा लैंड क्रूजर वाहन खरीदे। उम्मीद है कि के चन्द्रशेखर राव के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में वापस आएगी और उनका इस्तेमाल करेगी।' रेड्डी के इस टिप्पणी के बाद कविता ने उन पर पलटवार किया और निराशा जताई।
दुर्भाग्यपूर्ण की सीएम ऐसा सोचते हैं
वारंगल में पत्रकारों से बात करते हुए कविता ने कहा कि मुख्यमंत्री और अन्य वीआईपी लोगों की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा देखी जाती है और राजनेताओं की उन मुद्दों में कोई भूमिका नहीं होती है। उन्होंने कहा,आखिरकार, किसी भी सीएम का प्रोटोकॉल सुरक्षा विंग, इंटेलिजेंस और पुलिस द्वारा तय किया जाता है। उसमें राजनेताओं की कोई भूमिका नहीं है।इस मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'यह (वाहनों की खरीद) इस तरह तय किया गया था और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्तमान सीएम रेवंत रेड्डी ऐसा सोचते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।'
क्या थी सीएम रेड्डी की टिप्पणी?
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, रेवंत रेड्डी ने हाल ही में कहा कि अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया है कि पिछली बीआरएस सरकार ने 22 लैंड क्रूजर वाहन खरीदे थे और उन्हें विजयवाड़ा में इस उम्मीद में रखा था कि विधानसभा चुनाव के बाद केसीआर के दोबारा सत्ता में आने के बाद उनका उपयोग किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान नेताओं ने कभी इस बात पर जोर नहीं दिया कि पुलिस उन्हें किस तरह का सुरक्षा कवर प्रदान करे। उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के लिए इसे मुद्दा बनाना और इसे छोटा करना उचित नहीं है।'बीआरएस नेता की मांग
बीआरएस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आदिवासी त्योहार सम्मक्का सारम्मा जात्रा को दक्षिण भारतीय कुंभ मेला बताते हुए इसे राष्ट्रीय त्योहार का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पीएम मोदी को कई बार ज्ञापन दिया गया है।यह भी पढ़ें: मॉरीशस के सांसद ने PM Modi की तारीफ में पढ़े कसीदे, कहा- केवल वहीं अयोध्या को सुर्खियों में ला सकते थे
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