China और Pak अब खाएंगे और खौफ, भारतीय वायुसेना को आज मिला C-295 विमान, पढ़ें क्या है खासियत
भारत ड्रोन शक्ति 2023 कार्यक्रम में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए। उनके अलावा वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में C-295 टेक्निकल मिलिट्री एयरलिफ्ट प्लेन को आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनाया गया है। आइए जानते हैं कि आखिर भारत को C-295 टेक्निकल मिलिट्री एयरलिफ्ट प्लेन की जरूरत क्यों पड़ी।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Mon, 25 Sep 2023 10:08 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Bharat Drone Shakti 2023। भारत ड्रोन शक्ति 2023 कार्यक्रम का आज से आगाज हो चुका है। 25 और 26 सितंबर यानी दो दिवसीय कार्यक्रम को गाजियाबाद में मौजूद भारतीय वायुसेना के हिंडन एयरबेस में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम की मेजबानी ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया और भारतीय वायु सेना संयुक्त रूप से कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी शामिल हुए। उनके अलावा, वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में ड्रोन उड़ान पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।
भारतीय वायु सेना को सौंपा गया C-295 विमान
जानकारी के मुताबिक, इस आयोजन में 50 से अधिक ड्रोन के लाइव हवाई प्रदर्शन होंगे। वहीं, C-295 टेक्निकल मिलिट्री एयरलिफ्ट प्लेन (C295 transport aircraft) भी आधिकारिक रूप से आज भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनने वाला है।राजनाथ सिंह इस विमान को भारतीय वायुसेना को सौंपा गया। कुछ दिनों पहले एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी ने भारत को C-295 विमान सौंपा था। बता दें कि कुल 56 C-295 विमान वायुसेना में शामिल किए जाएंगे, जिनमें से 40 'मेक इन इंडिया' के आधार पर भारत में तैयार किया जाएगा । इन विमानों को टाटा और एयरबस मिलकर तैयार करेगी।
आइए अब जरा जान लें कि आखिर भारत को C-295 विमान की जरूरत क्यों पड़ी? C-295 विमान को शामिल किए जाने के बाद एवरो-748 विमान को धीरे-धीरे अलविदा कह देगी। 70 के दशक के इस विमान की जगह अत्याधुनिक C-295 विमान से भारत की रक्षा प्रणाली बेहतर बनेगी।
मौजूदा मोदी सरकार ने रक्षा निर्माण में भारत की क्षमता बढ़ाने के लिए तीन साल पहले सैकड़ों रक्षा हथियारों के आयात पर रोक लगाई थी। देश में डिफेंस कॉरिडोर के निर्माण पर भी सरकार ने बल दिया। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सी295 एक झटके में भारत को वहां लाकर खड़ा कर देगा, जहां से विमान निर्माण की पूरी स्वदेशी क्षमता भी संभव होगी।
अब जान लें C-295 विमान की ताकत
- 480 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से विमान 11 घंटे तक उड़ सकता है।
- विमान का उपयोग किसी हादसे के पीड़ितों और बीमार लोगों को निकालने के लिए भी किया जा सकता है।
- सैनिकों और साजो-सामान को तेजी से पहुंचाने के लिए रियर रैंप डोर से लैस है विमान।
- यह विमान विशेष अभियानों के साथ-साथ आपदा की स्थिति और समुद्री तटीय क्षेत्रों में गश्ती कार्यों को पूरा करने में सक्षम है।
- 5 से 10 टन क्षमता है नए परिवहन विमान की।
- सी 295 विमान पैराशूट के सहारे सैनिकों को उतारने और सामान गिराने के लिए काफी उपयोगी हो सकता है।