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India Canada Row: खालिस्तान पर भारत को उकसाने से बाज नहीं आ रहा कनाडा, अब संसद में कर दिया ये नापाक हरकत

India Canada Row कनाडा खालिस्तान के मुद्दे पर भारत की संवेदनशीलता को पूरी तरह से नजरअंदाज रहा है। ऐसे में कनाडा संसद में बुधवार को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए एक मिनट का मौन रखा गया। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात के बाद भी कनाडा की तरफ से कोई सुधारवादी संकेत नहीं मिले हैं।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Published: Wed, 19 Jun 2024 10:30 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2024 10:30 PM (IST)
कनाडा के संसद में खालिस्तान आतंकी हरदीप निज्जर की याद मे शोक सभा। फाइल फोटो।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले हफ्ते इटली में जी 7 बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो (Justin Trudeau) के बीच हुई मुलाकात के बावजूद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की गुंजाइश नहीं दिख रही।

कनाडा संसद में रखा गया एक मिनट का मौन

वजह साफ है कि कनाडा खालिस्तान के मुद्दे पर भारत की संवेदनशीलता को पूरी तरह से नजरअंदाज रहा है। ऐसे में कनाडा संसद में बुधवार को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए एक मिनट का मौन रखा गया, लेकिन इसके ठीक पहले कनाडा स्थित भारतीय दूतावास ने यह ऐलान किया है कि वह 23 जून, 2024 को खालिस्तानी आतंकियों की तरफ से एयर इंडिया के विमान कनिष्क को बम से उड़ाने की घटना के 39वें वर्ष पर एक शोक सभा का आयोजन करने जा रहा है।

कनाडा ने नहीं छोड़ा पुराना रूख

सूत्रों का कहना है कि कनाडा की तरफ से जिस तरह से खालिस्तान समर्थकों को उकसाने की कोशिश हो रही है उससे साफ है कि वहां की सरकार भारत के साथ रिश्तों को लेकर बहुत गंभीर नहीं है। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात के बाद भी कनाडा की तरफ से कोई सुधारवादी संकेत नहीं मिले हैं।

असलियत मे इस मुलाकात के बाद भी वहां खालिस्तान के समर्थन में बड़ी रैलियां निकाली जा रही हैं, जिनमें भारत व यहां के नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी की जा रही है। साफ है कि वहां की सरकार इस पूरे प्रकरण का राजनीतिकरण करने में जुटी है।

भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कनाडा को दिया साफ शब्दों में संदेश

उधर, बैंकवूर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कनिष्क हादसे की 39वीं सालगिरह पर एक कार्यक्रम का आयोजन करके कनाडा को यह संकेत देने की कोशिश कर रहा है कि वह खालिस्तान का समर्थन करने वालों को प्रोत्साहित करना बंद करे। 39 वर्ष पहले एयर इंडिया के विमान को आतंकियों ने बम से उड़ा दिया था जिसमें 329 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 86 बच्चे थे।

कनाडा ने नहीं दिया कोई सबूत

निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा ने भारत पर जो आरोप लगाये थे, उसके पक्ष में भारत सरकार को अभी तक कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया जा सका है। पीएम ट्रुडो ने कनाडा की संसद में भारत पर आरोप लगाया था कि उसकी एजेंसियों ने कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या कराई है। निज्जर भारत सरकार की तरफ से एक प्रतिबंधित आतंकवादी था जो कनाडा में रहता था।

पिछले साल अज्ञात बंदूकधारियों ने की थी हत्या

भारत ने वर्ष 2020 में उसे प्रतिबंधित आतंकियों की सूची में डाल दिया था। कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में भीड़ जुटाने में उसकी अहम भूमिका होती थी। कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने 18 जून, 2023 को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस आरोप के बाद भारत व कनाडा के रिश्ते काफी खराब हो चुके हैं। भारत में कनाडा उच्चायोग में कार्यरत राजनयिकों की संख्या काफी घटा दिया है।

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