Move to Jagran APP

कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रवि कन्नन को Ramon Magsaysay Award, पद्मश्री से भी किया जा चुका है सम्मानित

Ramon Magsaysay Award 2023 कन्नन 2007 से असम के कछार कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (सीसीएचआरसी) के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले वह चेन्नई के अडयार कैंसर संस्थान में सर्जन थे। उनके अस्पताल को दक्षिणी असम के साथ-साथ त्रिपुरा मिजोरम और मणिपुर में हाशिए पर रहने वाले कैंसर प्रभावित लोगों का इलाज करने के लिए जाना जाता है।

By AgencyEdited By: Mohammad SameerUpdated: Fri, 01 Sep 2023 06:29 AM (IST)
Hero Image
कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रवि कन्नन को Ramon Magsaysay Award (file photo)
सिलचर, एजेंसी: कैंसर रोग विशेषज्ञ भारतीय डाक्टर डा. रवि कन्नन  को वर्ष 2023 के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार के लिए चुना गया है। रेमन मैग्सेसे  पुरस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार माना जाता है। रेमन मैग्सेसे अवार्ड  फाउंडेशन की ‘हीरो फार होलिस्टिक हेल्थकेयर’ पुरस्कार प्राप्त करने वाले  डा. रवि ने कहा कि यह पुरस्कार उन सभी लोगों के लिए है जिन्होंने कैंसर से  पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।

रवि कन्नन  को पद्म श्री पुरस्कार भी मिल चुका है। डा. रवि के साथ ही तीन अन्य लोगों को भी यह पुरस्कार मिलेगा। इनमें शिक्षा के लिए बांग्लादेश के रक्षंद कोरवी, पर्यावरण संरक्षण के लिए तिमोर-लेस्ते के यूजेनियो लेमोस, शांति और महिलाओं की भागीदारी के लिए फिलिपींस की मिरियम कोरोनेल फेरर शामिल हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिलने पर रवि कन्नन को बधाई दी है।

कन्नन 2007 से असम के कछार कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (सीसीएचआरसी) के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले वह चेन्नई के अडयार कैंसर संस्थान में सर्जन थे। उनके अस्पताल को दक्षिणी असम के साथ-साथ त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर में हाशिए पर रहने वाले कैंसर प्रभावित लोगों का इलाज करने के लिए जाना जाता है।

गरीब लोगों के लिए कैंसर के इलाज को किफायती बनाने के लिए डा. कन्नन ने पिछले कुछ वर्षों में कई कदम उठाए। इनमें से एक राज्य के कुछ जिलों में दूरस्थ क्लीनिक स्थापित करना शामिल है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कन्नन ने कहा कि वे अब राज्य के विभिन्न हिस्सों और त्रिपुरा में छोटे अस्पताल स्थापित करना चाहते हैं ताकि लोगों को घर के नजदीक कैंसर का इलाज मिल सके। उन्होंने कहा, जब भी हम कोई सहायता मांगते हैं, सरकार कभी मना नहीं करती। डा. रवि ने कहा कि अन्य बीमारियों की तरह कैंसर का भी इलाज संभव है। डा. रवि के पिता भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके हैं।