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Capt Shiva Chouhan: कैप्टन शिवा चौहान, पहली महिला सैन्य अधिकारी जो सियाचिन में करेंगी ड्यूटी

एक ऐसी बेटी जो आज अपनी मेहनत के बलबूते पर आकाश की ऊंचाईयां छु रही है। सियाचिन बैटल स्कूल में अन्य कर्मियों के साथ प्रशिक्षण के बाद कैप्टन शिवा चौहान दुनिया की सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में ऑपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 03 Jan 2023 11:22 PM (IST)
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15632 फीट ऊंची कुमार पोस्ट पर हुई कैप्टन शिवा चौहान की तैनाती
नई दिल्ली, एजेंसी। कैप्टन शिवा चौहान यह नाम आज सबसे ऊंचा हो गया है। देश-भर में उनकी उपलब्धि की चर्चा हो रही है। कैप्टन शिवा को लोग बेटियों के लिए मिसाल के तौर पर देख रहे हैं। एक ऐसी बेटी जो आज अपनी मेहनत के बलबूते पर आकाश की ऊंचाईयां छु रही है। जी हां सियाचिन बैटल स्कूल में अन्य कर्मियों के साथ प्रशिक्षण के बाद, कैप्टन शिवा चौहान दुनिया की सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में ऑपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।

कैप्टन शिवा चौहान को कठोर प्रशिक्षण दिया गया

सियाचिन बैटल स्कूल में कैप्टन शिवा चौहान को कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें धीरज प्रशिक्षण, बर्फ की दीवार पर चढ़ना, हिमस्खलन और हिमस्खलन बचाव और उत्तरजीविता अभ्यास शामिल थे। बता दें कि कैप्टन शिव चौहान इस साल 2 जनवरी को एक कठिन चढ़ाई के बाद सियाचिन ग्लेशियर में शामिल हुई थीं।

कैप्टन शिवा चौहान के बारे में जानें

राजस्थान के रहने वाले कैप्टन शिवा चौहान बंगाल सैपर ऑफिसर हैं। उन्होंने 11 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था। उनकी मां एक गृहिणी थी, जिन्होंने उनकी पढ़ाई का ध्यान रखा। कैप्टन शिवा ने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर से की है। उन्होंने एनजेआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, उदयपुर से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।

सेना ने कहा, 'बचपन से ही, वह भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित हुई और ओटीए (ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी), चेन्नई में प्रशिक्षण के दौरान अद्वितीय उत्साह दिखाया और मई 2021 में इंजीनियर रेजिमेंट में नियुक्त हुई।'

आपको बता दें कि 508 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, कैप्टन शिवा चौहान ने जुलाई 2022 में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित सियाचिन युद्ध स्मारक से कारगिल युद्ध स्मारक तक सुरा सोई साइकिल अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था। सियाचिन में रेजिमेंट और उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर, सियाचिन बैटल स्कूल में प्रशिक्षण लेने के लिए चुना गया था।

क्या होंगी कैप्टन शिवा चौहान की जिम्मेदारियां

दुनिया सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में तैनात होने वाली कैप्टन शिवा चौहान की जिम्मेदारियां भी बहुत होंगी। भारतीय सेना ने बताया कि कैप्टन चौहान के नेतृत्व में सैपर्स की टीम कई इंजीनियरिंग कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी। इसके साथ ही उन्हें और तीन महीने की अवधि के लिए पोस्ट पर तैनात किया जाएगा।

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