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नीट पेपर लीक में CBI की कार्रवाई तेज, हजारीबाग से स्कूल प्रिंसिपल समेत तीन गिरफ्तार

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआइ ने शुक्रवार को झारखंड में तीन और आरोपितों की गिरफ्तारी की। इनमें हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम भी शामिल हैं। वहीं तीसरा व्यक्ति जमालुद्दीन है। सीबीआइ ने लंबी पूछताछ के बाद जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी हजारीबाग से नीट पेपर लीक होने के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद की गई है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 29 Jun 2024 06:00 AM (IST)
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नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने हजारीबाग से तीन लोगों को गिरफ्तार किया।(फोटो सोर्स: जागरण)
जागरण टीम, नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले में तेज कार्रवाई का क्रम जारी रखते हुए सीबीआइ ने शुक्रवार को झारखंड में तीन और आरोपितों की गिरफ्तारी की। इनमें हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम भी शामिल हैं।

तीसरा व्यक्ति जमालुद्दीन एक समाचार पत्र में कार्यरत है। उसका सगा भाई भी पत्रकार है। सीबीआइ ने लंबी पूछताछ के बाद जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी हजारीबाग से नीट पेपर लीक होने के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद की गई है। जांच में पुष्टि हो चुकी है कि पटना में साल्वर गैंग तक पेपर की जो फोटो कापी पहुंची, वह ओएसिस स्कूल को ही आवंटित थी।

आरोपियों से पूछताछ कर रही सीबीआई 

सीबीआई तीनों आरोपितों को पटना ले गई है जहां उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन दिनों से सीबीआई के अधिकारी प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल समेत अन्य से पूछताछ कर रहे थे। माना जा रहा है कि नीट के डिस्टि्रक्ट को-आर्डिनेटर होने के नाते एहसान उल हक का पेपर वितरण से लेकर परीक्षा संबंधी अन्य व्यवस्था पर काफी नियंत्रण था।

पेपर का लिफाफा नीचे से कटा होने तथा इन्हें रखने वाले बक्से में छेड़छाड़ दिखने के बावजूद प्रिंसिपल द्वारा शिकायत नहीं किए जाने से भी संदेह को बल मिला। टीम ने उस रूट का भी मुआयना किया, जिस रास्ते से ट्रक के माध्यम से नीट पेपर से भरा बक्सा रांची से हजारीबाग पहुंचाया गया।

सीबीआइ टीम प्रश्नपत्रों के पैकेट, बक्सा, संदिग्धों के मोबाइल फोन, बैंक व स्कूल के सीसीटीवी फुटेज, लैपटाप व अन्य उपकरण साक्ष्य के तौर पर साथ लेकर पटना गई है। अभी एक टीम हजारीबाग में कैंप कर रही है।

परीक्षा के बाद विदेश दौरा

सीबीआइ को जानकारी मिली कि नीट परीक्षा के तत्काल बाद एहसान उल हक विदेश गए थे और करीब एक सप्ताह तक बाली में थे। परीक्षा के पहले और बाद के उनके फोन डिटेल की जानकारी लेने पर बिहार कनेक्शन मिला है। गिरफ्तार पत्रकार से भी उनका संपर्क मिला है।

पेपर लीक कराने वाले गिरोह के लोगों ने हजारीबाग में कई कोचिंग संचालकों से भी संपर्क किया था। इनके द्वारा गिरोह को छात्र उपलब्ध कराए गए थे, जिनसे मोटी रकम वसूली गई। इसमें एक प्रोफेसर की भूमिका भी संदिग्ध है।

पटना में कड़िंयां जोड़ रही सीबीआई

पटना में भी सीबीआइ पेपर लीक की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। रिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश ने पूछताछ में गुरुवार को गिरफ्तार किए गए आशुतोष और मनीष प्रकाश का नाम लिया। जिनके जरिये परीक्षार्थियों के ठहरने वाले मकान मालिक प्रभात और उनकी पत्नी का नाम सामने आया।

सूत्रों के अनुसार मनीष और आशुतोष को सीबीआई पांच दिन की रिमांड पर लेने की तैयारी में है। सीबीआई ने शुक्रवार को एक अन्य आरोपित राकी के ठिकाने और लर्न एंड प्ले स्कूल का मुआयना भी किया। यह वही स्थान है जहां से अधजला प्रश्नपत्र बरामद किया गया जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ी।

जेल में बंद आरोपियों से भी पूछताछ करेगी सीबीआई 

बता दें, चिंटू के देवघर से गिरफ्तार होने के बाद राकी के नेपाल भागने की चर्चा है। सीबीआई शनिवार से जेल में बंद 13 अन्य आरोपितों से पूछताछ करेगी। सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी मेरठ जेल में बंद रवि अत्री से भी पूछताछ करेगी।

रवि के गैंग ने पटना और नालंदा के बॉर्डर से पेपर लीक कराने में अहम भूमिका निभाई थी। रवि के साथ काम करने वालों में अतुल वत्स और संजीव मुखिया के नाम भी शामिल हैं जो फरार हैं।

राजस्थान से भी मेडिकल छात्र गिरफ्तार

नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट के मामले में दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार को राजस्थान के झालावाड़ स्थित सरकारी मेडिकल कालेज के दस छात्रों को गिरफ्तार किया है। दो से मुंबई क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। जबकि आठ को जमानत पर छोड़ दिया गया।

जानकारी के अनुसार छात्रों ने 15-15 लाख रुपए लेकर मूल परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा दी थी। सभी राजस्थान के रहने वाले हैं और एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई से लेकर इंटर्नशिप तक कर रहे हैं।

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