Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

CBI ने रिश्वतखोरी मामले में बड़ी कार्रवाई, सीमा शुल्क उपायुक्त को किया गिरफ्तार; कई ठिकानों पर छापेमारी

सीबीआइ ने आयात के एक खेप को सीमा शुल्क संबंधी अनापत्ति देने के बदले में रिश्वत लेने को लेकर एक सीमा शुल्क उपायुक्त और उनके दो सहयोगियों को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने आरोप लगाया है कि सीमा शुल्क अधिकारी मुंबई की कंपनी राधा मार्केटिंग पर जुर्माना कम करने के लिए अशोक यादव से रिश्वत ले रहे थे।

By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 01:00 AM (IST)
Hero Image
CBI ने रिश्वतखोरी मामले में बड़ी कार्रवाई, सीमा शुल्क उपायुक्त को किया गिरफ्तार

पीटीआई, नई दिल्ली। सीबीआइ ने आयात के एक खेप को सीमा शुल्क संबंधी अनापत्ति देने के बदले में रिश्वत लेने को लेकर एक सीमा शुल्क उपायुक्त और उनके दो सहयोगियों को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआइ ने इनलैंड कंटेनर डिपो (आइसीडी-तुगलकाबाद) के उपायुक्त ओम प्रकाश बिष्ट, अधीक्षक अमित कुमार, चतुर्थ वर्गीय कर्मी बिजेंद्र कुमार, कस्टम हाउस एजेंट अशोक यादव और उसके कर्मी रविकांत मिश्रा को गिरफ्तार किया है।

सीबीआइ ने सात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। यह प्राथमिकी इन आरोपों पर आधारित है कि सीमा शुल्क अधिकारी मुंबई की कंपनी राधा मार्केटिंग पर जुर्माना कम करने के लिए अशोक यादव से रिश्वत ले रहे थे।

सीबीआइ ने जाल बिछाया

अधिकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपित खेपों को सीमा शुल्क अनापत्ति प्रदान करने के लिए आपस में नियमित संपर्क में थे और वे विभिन्न निजी पक्षों से रिश्वत ले रहे थे। उन्होंने बताया कि रिश्वत की रकम बिजेंद्र कुमार अपने बैंक खाते में लेता था और फिर उसे बिष्ट तक पहुंचा देता था।

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआइ ने जाल बिछाया और राधा मार्केटिंग पर जुर्माना कम करने के लिए 72 हजार रुपये की रिश्वत लेते समय बिष्ट, बिजेंद्र और अशोक यादव को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने अधीक्षक अमित कुमार को भी गिरफ्तार किया जिसने पहले 50 हजार रुपये रिश्वत ली थी।

आरोपितों से संबंधित नौ स्थानों पर तलाशी ली गई

प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, फरीदाबाद, गुरुग्राम, रायगढ़ और किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) में आरोपितों से संबंधित नौ स्थानों पर तलाशी ली गई। वहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और 19.25 लाख रुपये बरामद हुए।