सीबीआइ ने शिलांग, गुवाहाटी, गुरुग्राम और बेंगलुरु में की छापेमारी, NHAI और जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के अधिकारी गिरफ्तार
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआइ ने शिलांग गुवाहाटी गुरुग्राम और बेंगलुरु के कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान एनएचएआइ और जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। यह छापेमारी असम में राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परियोजना में कथित अनियमितताओं के संबंध में की गई है।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Mon, 13 Jun 2022 02:12 PM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने असम में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परियोजना (National Highway Road Project in Assam) में कथित अनियमितताओं के संबंध में शिलांग, गुवाहाटी, गुरुग्राम और बेंगलुरु में कई स्थानों पर तलाशी ली। इस दौरान सीबीआइ ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स (GR Infra Projects) के कुछ अधिकारियों को हिरासत में लिया है। अब उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। सीबीआइ के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
The Central Bureau of Investigation (#CBI) conducted search operations at multiple locations in Shillong, Guwahati, Gurugram and Bengaluru in connection with alleged irregularities in a National Highway road project in #Assam. pic.twitter.com/dcYtMgSu75
— IANS (@ians_india) June 13, 2022
महाप्रबधंकों और परियोजना निदेशकों के खिलाफ दर्ज हुआ मामलासीबीआइ ने इस साल अप्रैल में NHAI के महाप्रबंधकों, परियोजना निदेशकों, प्रबंधकों और 13 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिनमें निजी व्यक्ति और निजी कंपनियां शामिल थीं। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वर्ष 2008-2010 के दौरान एनएच-06 के सूरत-हजीरा पोर्ट सेक्शन, एनएच-08 के किशनगढ़-अजमेर-ब्यावर सेक्शन और एनएच-02 के वाराणसी औरंगाबाद सेक्शन को एनएचएआइ द्वारा निजी कंपनियों की एक कंसोर्टियम को सौंपा गया था।
स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठनइन तीनों परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन किया गया था। आगे यह भी आरोप लगाया गया कि इन परियोजनाओं के निष्पादन के दौरान उक्त एनएचएआइ अधिकारियों ने निजी कंपनियों से धन स्वीकार किया।
मामले की जांच जारीसीबीआइ ने आरोप लगाया था कि उक्त निजी कंपनी के उप-ठेकेदारों द्वारा उनके खातों की पुस्तकों में हेराफेरी करके नकद धन की सुविधा प्रदान की गई थी। मामले में आगे की जांच जारी है।