Indrani Mukherjee: शीना बोरा मर्डर केस पर बनी डॉक्युमेंट्री नेटफ्लिक्स पर हुई रिलीज, जानिए आखिर क्या है इंद्राणी मुखर्जी की कहानी
शीना बोरा हत्याकांड एक ऐसा मर्डर केस जिसमें रिश्तों की गुत्थी सुलझाने और समझने में पुलिस से लेकर जिन लोगों ने इस घटना को जाना उन्हें अपने दिमाग पर काफी जोर देना पड़ा। जब पुलिस इस केस को सुलझाती है तो परत दर परत कई राज खुलते हैं। जिसमें एक बेटी की कत्ल का मुख्य आरोपी मां निकलती है। पढ़िए क्या है इस केस की अबतक की कहानी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। CBI Demands Ban on the Indrani Mukerjea Story: हमने अपने आसपास कई ऐसी हत्याओं और मर्डर केस के बारे में सुना होगा जो हमें झकझोर कर रख देता है वहीं, शीना बोरा मर्डर केस जोकि आज से 9 साल पहले 2012 में हुई थी। यह मर्डर केस रिश्तों की इतनी गांठें और गुत्थियां समेटे हुए है कि नौ साल के बाद भी मुख्य आरोपी का दोष सिद्ध नहीं हो पाया है।
वहीं अब इस मर्डर मिस्ट्री पर एक डॉक्युमेंट्री बनकर तैयार है जो ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। वहीं एकबार फिर इस डॉक्युमेंट्री की वजह से शीना बोरा और इंद्राणी मुखर्जी की कहानी चर्चाओं में है।
आइए जानते हैं आखिर क्या है इस पेंचीदा हत्याकांड के पीछे की कहानी जिसे नेटफ्लिक्स ने डॉक्युमेंट्री के माध्यम से लोगों के बीच परोसा है। इस लेख के माध्यम से हम इस मर्डर केस में अबतक क्या-क्या हुआ उसको जानेंगे।
कौन हैं इंद्राणी मुखर्जी?
'शीना बोर मर्डर' केस की मुख्य आरोपी और शीना की मां के अलावा भी इंद्राणी मुखर्जी की अपनी एक अलग पहचान है। बड़े-बड़े उद्योगपतियों, सेलिब्रिटीज से लेकर राजनेताओं तक इंद्राणी मुखर्जी की पहुंच थी और उन्हें एक सेलिब्रिटी पर्सनैलिटी माना जाता था। लेकिन इंद्राणी चर्चाओं में साल 2015 में आती हैं जब मुंबई पुलिस ने अगस्त 2015 में उनकी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में उनको गिरफ्तार किया था। इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ्तारी के साथ ही उनकी हाईप्रोफाइल जिंदगी के पन्ने एक-एक कर खुलने लगते हैं।क्या है रिश्तों की उलझी हुई गुत्थी?
यह हत्याकांड दो कारणों से सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही पहला यह कि यह मर्डर एक हाई प्रोफाइल केस था तो दूसरा यह कि इस केस में रिश्तों की जाल ऐसी उलझी थी कि इस मर्डर मिस्ट्री ने पुलिस के साथ-साथ देश को भी हिला के रख दिया। एक ऐसी महिला इस कहानी की मुख्य पात्र थी जिसके पास शोहरत की कोई कमी नहीं थी। इस कहानी की महिला सफल और धनवान थी लेकिन रिश्तों के मामले में उतनी ही बदकिस्मत कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। हर सफलता के साथ रिश्तों की बलि चढ़ाने में इन्हें कोई गुरेज नहीं होती।
कम उम्र में सिद्धार्थ दास (Siddharth Das) के नाम के प्रेमी के साथ शादी करती हैं और उससे उन्हें दो बच्चे होते हैं जिसमें लड़की का नाम शीना बोरा होता है तो लड़के का नाम मिखाइल बोरा। इंद्राणी और सिद्धार्थ दास 1986 से 1989 तक संबंध में रहे हैं। उसके बाद वह संजीव खन्ना (Sanjeev Khanna) से शादी करती हैं और बिजनेस करने की कोशिश करती हैं। जब बात संजीव से भी नहीं जमती तो वह मुंबई आती हैं और पीटर मुखर्जी (Peter Mukherjee) से शादी करती हैं जोकि पहले से शादीशुदा होते हैं और उनकी पहली पत्नी से दो बेटे होते हैं।