Move to Jagran APP

बैंकों से 3847 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में मुंबई में CBI की छापेमारी, ऑडिट में सामने आईं अनियमितताएं

बैंकों से सीबीआइ ने धोखाधड़ी करने के मामले में यूनिटी इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड उसके तत्कालीन सीएमडी किशोर कृष्णराव अवरसेकर के खिलाफ प्राथमकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने मुंबई में चार स्थानों पर तलाशी ली है। अधिकारियों ने कहा हाल ही में आरोपितों के परिसरों पर तलाशी ली गई थी। 44 साल पुरानी इंफ्रा कंपनी ने व्यक्तिगत कार्पोरेट गारंटी के अलावा चल-अचल संपत्तियों के बदले 3800 करोड़ रुपये लिए थे।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 18 Sep 2023 11:58 PM (IST)
Hero Image
पांच साल बाद फोरेंसिक ऑडिट में सामने आईं अनियमितताएं।
नई दिल्ली, पीटीआई। बैंकों से 3,847.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में यूनिटी इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, उसके तत्कालीन सीएमडी किशोर कृष्णराव अवरसेकर और अन्य के खिलाफ प्राथमकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने मुंबई में चार स्थानों पर तलाशी ली है।

सीबीआइ ने कंसोर्टियम के सदस्यों में से एक एसबीआइ की शिकायत पर यह कार्रवाई की। इसमें आरोप लगाया गया है कि धोखाधड़ी मुंबई स्थित इसकी वाणिज्यिक शाखा में हुई। वहां आरोपितों ने फर्जी लेन-देन कर खातों में हेराफेरी की। इसका उद्देश्य बैंक के साथ धोखाधड़ी करना था।

फोरेंसिक ऑडिट में अनियमितताएं आई सामने

अधिकारियों ने कहा है कि हाल ही में आरोपितों के परिसरों पर तलाशी ली गई थी। 44 साल पुरानी इंफ्रा कंपनी ने व्यक्तिगत, कार्पोरेट गारंटी के अलावा चल-अचल संपत्तियों के बदले 3,800 करोड़ रुपये लिए थे। 24 जून 2014 को यह गैर निष्पादित संपत्ति बन गया। पांच साल बाद फोरेंसिक ऑडिट में अनियमितताएं सामने आने के बाद इसे धोखाधड़ी घोषित कर दिया गया।

चार्टर्ड अकाउंटेंट गिरफ्तार

गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआइओ) ने नोटबंदी के दौरान गलत भूमिका के संबंध में हैदराबाद से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी खुफिया जानकारी के आधार पर एसएफआइओ के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस आयुक्त के सहयोग से की।

चार्टर्ड अकाउंटेंट का नाम नलिन प्रभात पांचाल है। सोमवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उसे नित्यांक इंफ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को जारी समन का पालन न करने के लिए गिरफ्तार किया गया।

ये भी पढ़ें: आदित्य-एल 1 ने वैज्ञानिक डाटा एकत्र करना किया शुरू, ISRO ने कहा- इससे मिलेगी महत्वपूर्ण जानकारी

कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि एसएफआइओ अधिकारियों ने नोटबंदी के दौरान नित्यांक इंफ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स की भूमिका की जांच की। इसके बाद हैदराबाद की एक विशेष अदालत के समक्ष कंपनी और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाया।

समन जारी होने के बावजूद पांचाल हैदराबाद की विशेष अदालत के सामने पेश नहीं हुआ। उसे 13 सितंबर को गिरफ्तार कर हैदराबाद की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस मामले में अभी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है।

ये भी पढ़ें: सुसाइड हब बना कोटा! अब यूपी की छात्रा ने जहर खाकर दी जान, डेढ़ साल से कर रही थी NEET की तैयारी